आसमान के रास्ते दुश्मन के छक्के छुड़ाने के लिए अब निर्भय क्रूज मिसाइल (Nirbhay Cruise Missile) भी जल्द तैयार हो जाएगी. बुधवार को डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गनाइजेशन (DRDO) ने इस ताकतवर मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि इसका बूस्टर इंजन भारत में ही तैयार किया गया है. यह 1500 किमी दूरी तक दुश्मन के ठिकाने पर वार करने में सक्षम है. हालांकि परीक्षण के दौरान यह मिसाइल 100 किमी की दूरी और करीब 15 मिनट आसमान में रहने के बाद नीचे आ गई. ऐसा तकनीकी खामी के कारण बताया जा रहा है. लेकिन निर्भय मिसाइल का परीक्षण आंशिक रूप से सफल रहा है.
निर्भय सब सोनिक क्रूज मिसाइल को बुधवार को ओडिशा के चांदीपुर परीक्षण केंद्र से सुबह 9:55 मिनट पर लॉन्च किया गया था. डीआरडीओ के सूत्रों का कहना है कि स्वदेशी इंजन का परीक्षण सफल रहा है लेकिन डिलीवरी प्लेटफॉर्म में कुछ तकनीकी खामी के कारण मिसाइल नीचे आ गई. इसका कारण शायद कंट्रोलर में कुछ खामी हो सकती है. लेकिन इंजन ने बेहतर काम किया है. उनके अनुसार अब भारतीय वायुसेना और नौसेना के यूजर ट्रायल के पहले इसका अगला परीक्षण मिशन मोड में किया जाएगा.
इससे पहले अक्टूबर 2020 में इसका परीक्षण विफल रहा था. तब यह मिसाइल 8 मिनट आसमान में रहने के बाद नीचे आ गई थी. निर्भय मिसाइल की स्पीड 0.7 से 0.9 मैक तक है. मतलब यह आसमान में 1111 किमी प्रति घंटा से अधिक रफ्तार से दूरी तय कर सकती है. यह दुश्मन के रडार से बचने में भी सक्षम है.
निर्भय क्रूज मिसाइल 1500 किमी दूरी तक 300 किलोग्राम वारहेड लेकर जा सकती है. यह जमीन से ऊपर 50 मीटर से लेकर 4 किमी तक उड़ सकती है. इसका निशाना सटीक है. इसे समुद्र, जमीन और मोबाइल लॉन्चर से दागा जा सकता है.