चूरू जिले के सादुलपुर थाना इलाके में धन को दो-तीन गुना करने का झांसा देकर पुलिस की वर्दी (police uniform) में ठगी करने वाले गैंग के छह बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दो कार तथा ठगे गए एक लाख रुपए नगद भी बरामद किए हैं. झुंझुनूं निवासी एक व्यक्ति ने सादुलपुर पुलिस को को सूचना दी थी कि उसके एवं उसके दोस्त के पास एक व्यक्ति का फोन आया कि वे रुपये दोगुना तिगुना करते हैं. इस पर पीड़ित उनके झांसे में आ गए. ठगों ने सादुलपुर के हिसार रोड पर उसे बुलाया.
यहां कुछ देर के इंतजार के बाद एक गाड़ी में दो तीन लोग पहुंचे और बातों में लगा लिया. नोटों की गड्डियां दिखाई. फिर बातों में लगाकर झांसा देकर एक लाख रुपये ले लिए. तभी एक गाड़ी आई उसमें दो लोग हरियाणा पुलिस की वर्दी में उतरे. उन्होंने नकली नोटों का कारोबार करते हो कहने की बात कहकर एक लाख रुपए ले लिए व गाड़ी में बैठकर भाग गए.
एसपी ने बनाई टीम, ठगों को पकड़ा
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी नारायण टोगस के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज पाठक, सीओ ब्रजमोहन असवाल के सुपरविजन में थानाधिकारी गुरभुपेंद्र सिंह, एसआई राजेंद्र सिंह, दूधवाखारा थानाधिकारी रामविलास विश्नोई, साहवा थानाधिकारी सुरेश कुमार, डीएसटी टीम प्रभारी जोगेंद्र सिंह आदि को शामिल कर एक टीम का गठन किया गया. टीम ने ठगी करने वाले आरोपी हरियाणा राज्य के रामसिंह जट, अशोक कुमार वाल्मीकि, नरेश वाल्मीकि, सतनाम सिंह राय, भूपेंद्र सिंह राय और दीपक शेट्टी अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया.
नोटों की गड्डियों में बस आगे-पीछे असली नोट थे
आरोपियों के कब्जे से पुलिस को नोटों की 15 गड्डियां मिली हैं. उनमें आगे पीछे एक-एक असली नोट और बीच में सफेद कागज नोटों के आकार के लगाए हुए हैं. थानाधिकारी ने बताया कि आरोपी नोट डबल या ट्रिपल करने का झांसा देकर किसी व्यक्ति को लालच देते थे. फिर सुनसान जगह बुलाते थे और उसे झांसा देकर कागजों की गड्डियां पीछे एक-एक नोट लगाकर दिखाते थे. फिर उसे डबल नोट देने का ड्रामा करते थे.
पुलिस की वर्दी में आते थे ठगों के साथी
इसी दौरान आरोपियों के अन्य सदस्य दूसरी गाड़ी से पुलिस की वर्दी में आते. पुलिस की रेड होने की बात कहकर पहली पार्टी पीड़ित का असली रुपए लेकर भाग जाती. पीड़ित व्यक्ति डर के मारे पुलिस तक नहीं जाता. यह गैंग ठगी की वारदात निरन्तर करती रहती है. उन्होंने बताया कि गिरोह के सदस्य अपराधी प्रवृत्ति के हैं. उनके खिलाफ पूर्व में आपराधिक प्रकरण, एनडीपीएस एक्ट, धोखाधड़ी आदि के मामले दर्ज हैं. पुलिस अन्य वारदातों के सम्बंध में जानकारी जुटा रही है.