स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) पर झंडा फहराने (Flag Hoisting) के दौरान दलित समुदाय के लोगों पर सवर्णों द्वारा किये गये हमले पर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (National Commission for Scheduled Castes) ने गंभीर संज्ञान लिया है. आयोग के चेयरमैन विजय सांपला की ओर से दिल्ली सरकार (Delhi Government) को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है.
इस मामले में एनसीएससी चेयरमैन ने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी के अलावा सेक्रेटरी (डिपार्टमेंट फॉर वेलफेयर ऑफ एससी/एसटी), दिल्ली पुलिस कमिश्नर, डीएम (दक्षिण पूर्व) व डीसीपी (दक्षिण पूर्व जिला) को भी नोटिस जारी कर तुरंत एक्शन टेकन रिपोर्ट (Action Taken Report) पेश करने को कहा है.
आयोग को मिली जानकारी के अनुसार स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली के तुगलकाबाद इलाके (Tugalkabad Area) के जाटव मोहल्ले (Jatav Mohalla) में डॉ. बी.आर. अंबेडकर (Dr. B.R. Ambedkar) की मूर्ति के पास झंडा फहराने के दौरान दलितों पर हमला किया गया.
इस दौरान उच्च जाति के लोगों ने उन पर हमला किया और उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया. पता चला है कि जिस जमीन पर झंडा फहराया जाना था, वह विवादित है. दलित समुदाय पर हमले के बाद दोनों समूहों के बीच झड़प हो गई, जिसमें आठ लोग घायल हो गए.
इस बीच आयोग ने दिल्ली सरकार (Delhi Government) के चीफ सेक्रेटरी, सेक्रेटरी (डिपार्टमेंट फॉर वेलफेयर ऑफ एससी/एसटी), दिल्ली पुलिस कमिश्नर, डीएम (दक्षिण पूर्व) व डीसीपी (दक्षिण पूर्व जिला) को नोटिस जारी किया है. आयोग ने अधिकारियों को मामले की जांच करने के लिए कहते हुए उन्हें आरोपों/मामले पर की गई कार्रवाई पर तथ्यों और जानकारी के आधार पर डाक या ईमेल के माध्यम से तत्काल रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया
एनसीएससी (NCSC) अध्यक्ष विजय सांपला ने अधिकारियों को आगाह किया है कि यदि कार्रवाई की रिपोर्ट प्राप्त नहीं होती है, तो आयोग संविधान की धारा 338 के तहत मिली सिविल कोर्ट की पावर का उपयोग करते हुए संबंधित अफसरों को व्यक्तिगत तौर पर आयोग के समक्ष हाजिर होने का सम्मन जारी करेगा.