छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में कार्यकर्ताओं की नाराजगी के सवाल पर हंगामा हो गया। यह मामला उठा तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भड़क गए। उन्होंने कहा, मुझे इस नाराजगी का पता कैसे चलेगा। मुझे तो संगठन की बैठकों में बुलाया तक नहीं जाता।
बताया जा रहा है कि एक पदाधिकारी ने कहा, आपके पास तो प्रशासन का पूरा तंत्र है। यह जानकारी तो आपके पास पहुंचती ही होगी। पदाधिकारी ने यह तक कह दिया, हमारे पास तो आप तक पहुंचने का कोई जरिया ही नही है। इस बात पर मुख्यमंत्री नाराज हो गए। उन्होंने उस पदाधिकारी से कहा, आपको अब पद छोड़ देना चाहिए। एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने ढाई-ढाई साल के सीएम की चर्चा से जनता में खराब इमेज बनने की बात उठाई। इस पर भी मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई है। बैठक के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सबसे पहले कमरे से बाहर निकले। उन्होंने प्रेस से बात नहीं की। उन्होंने कहा, यह संगठन की बैठक थी, प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष ही इसकी बात बताएंगे। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में हुई इस बैठक में प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, चंदन यादव, प्रदेश अण्यक्ष मोहन मरकाम, प्रदेश कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, महासचिव रवि घोष, चंद्रशेखर शुक्ला आदि शामिल हुए थे।
दिल्ली दौड़ने वाले विधायकों पर कार्रवाई नहीं
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस विधायकों के मंत्रियों के खिलाफ दिए बयानों और बार-बार दिल्ली की दौड़ के बीच संगठन ने स्पष्ट कर दिया है कि उनके खिलाफ फिलहाल कोई कार्रवाई होने नहीं जा रही है। प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा, विधायकों के बयानों से जनता को कोई फर्क नहीं पड़ता। अब हर बयान का संज्ञान लिया जाए, नोटिस जारी हो, यह जरूरी नहीं है। उन्होंने कहा, जो अनुशासनहीनता के दायरे में होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। बाकी चर्चा और बयान आते रहते हैं।
पिछले चुनाव से बेहतर लड़ेंगे और जीतेंगे
प्रदेश प्रभारी पुनिया कहा, बूथ प्रबंधन की एक व्यवस्था बनाई गई है। वह केवल बूथ समितियां बनाने का काम कर रही हैं। इस दौरान विधायकों और संगठन में सामंजस्य स्थापित करने के बारे में भी बात हुई है। पिछले दिनों विधायकों के बयानों और मंत्री पर लगाए आरोपों को लेकर पुनिया ने कहा, इनके बयानों का जनता पर कोई प्रभाव नहीं है। हम पिछले चुनाव से बेहतर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे।
शिकायतों की ओर भी संगठन के कान
बैठक के दौरान कई क्षेत्रों से कार्यकर्ताओं की शिकायत का मुद्दा भी उठा। पदाधिकारियों ने बताया, कुछ क्षेत्रों में लोग विधायक से नाराज हैं, तो कहीं मंत्री से। प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने प्रभारी मंत्रियों को जिले में 15-15 दिन दौरा करके समस्याएं सुलझाने की बात कही।
ढाई-ढाई साल का सीएम हमारे लिए कोई मुद्दा नहीं
एक सवाल पर प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा, ढाई-ढाई का मुख्यमंत्री हमारे लिए कोई मुद्दा नहीं है। यह भाजपा के लिए मुद्दा हो सकता है। हमारे लिए नहीं है। भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सवाल उठाया था कि पीएल पुनिया को स्पष्ट करना चाहिए कि ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री पर उनकी पार्टी का स्टैंड क्या है।