छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता एवं मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के दौर में मंत्री रह चुके मूलचंद खंडेलवाल (मुल्लू भैय्या) का शुक्रवार की सुबह 9 बजे देहांत हो गया है. वे लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे, जिनका बिलासपुर (Bilaspur) के अपोलो अस्पताल में इलाज जारी था. बता दें कि स्वर्गीय मूलचंद खंडेलवाल को बिलासपुर शहर ही नहीं अपितु जिले और प्रदेश के ऐसे नेताओं में गिना जाता था जो खुद भी जबरदस्त उत्साही तथा ऊर्जावान थे, उनमें कार्यकर्ताओं में भी जोश और उत्साह भरने का विशेष गुण मौजूद था. बताया जाता है कि उनकी रैलियों में बगैर बुलाए ही बड़ी संख्या में समर्थक पहुंच जाते थे. बिलासपुर में कांग्रेस के गढ़ में उन्होंने ही पहली बार सेंध लगाई थी.
बिलासपुर के गोल बाजार वार्ड के पार्षद पद से (तत्कालीन जनसंघ दीप छाप) राजनीति की पारी शुरू करने वाले खंडेलवाल ही वह शख्स थे, जिन्होंने 1990 में कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र से पहली बार कांग्रेस को परास्त किया था. वही इस जीत के बाद उन्हें प्रदेश के मंत्री पद से भी नवाजा गया था. मूलचंद खंडेलवाल का जन्म 1937 में हुआ था वही आज 15 अक्टूबर की सुबह 84 वर्ष की उम्र में उनका देहावसान हो गया. सोशल मीडिया पर पूर्व मंत्री को श्रद्धांजलि देने का सिलसिला भी शुरू हो गया है.
सामाजिक आंदोलनों से जुड़े रहे
मिली जानकारी के अनुसार मूलचंद खंडेलवाल का अंतिम संस्कार आज दोपहर 3 बजे सरकंडा मुक्तिधाम में किया जाएगा. राजनीति के साथ ही विभिन्न सामाजिक संगठनों तथा सांस्कृतिक आंदोलनों से जुड़े हुए मूलचंद खंडेलवाल का निधन भारतीय जनता पार्टी और बिलासपुर शहर के लिए ऐसी अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई कभी भी संभव नहीं हो सकती. बीजेपी के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री के अंतिम संस्कार में शामिल होने आज बिलासपुर पहुंच सकते हैं. स्थानीय नेताओं का अस्पताल और उनके निवास पहुंचने का सिलसिला भी शुरू हो गया है.