छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर (Raipur) में निजी स्कूलों में ऑनलाइन (Online) पढ़ाई कर रहे छात्रों को लेकर राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने बड़ा निर्देश दिया है. शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों को भी जल्द ऑफलाइन क्लास (Offline class) शुरू करने कहा है. राज्य सरकार ने अगस्त में स्कूलों में ऑफलाइन पढ़ाई की अनुमति दे दी थी. सरकारी स्कूल खुले और पढ़ाई भी हो रही है, लेकिन रायपुर अधिकांश निजी स्कूलों में अब भी ऑनलाइन क्लास चल रही है. इसे लेकर जिला शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों से कहा है कि वे जल्द से जल्द ऑफलाइन पढ़ाई शुरू करें. शासन के निर्देशों का पालन करते हुए बच्चों को बुलाएं. रायपुर में निजी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई करने वाले छात्रों की संख्या 50 हजार से ज्यादा बताई जा रही है.
अब निजी स्कूलों के लिए जिला शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी किए गए हैं. अधिकारियों का कहना है कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए स्कूलों में ऑफलाइन पढ़ाई हो रही है, लेकिन अधिकांश निजी स्कूलों में अभी भी ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है. इस संबंध में पालकों से जानकारी मिली है. इसलिए निजी स्कूल भी कक्षा पहली से लेकर बारहवीं तक की ऑफलाइन पढ़ाई शुरू करें. जिला शिक्षा विभाग से निर्देश जारी होने के बाद संभावना है कि जल्द से जल्द निजी स्कूलों में भी ऑफलाइन पढ़ाई शुरू होगी. हालांकि, कुछ दिनों के बाद दिवाली की छुट्टियां शुरू हो रही हैं. शिक्षा विभाग के इस निर्देश को ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे उन छात्रों के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है, जो पढाई के बहाने मौज कर रहे थे.
ऑफलाइन हो सकती है परीक्षा
बता दें कि निजी स्कूलों में खासकर सीबीएसई बोर्ड से जुड़े स्कूलों में कुछ दिनों पहले एग्जाम हुए. यह परीक्षा ऑनलाइन मोड में हुई, लेकिन अब ऑफलाइन पढ़ाई शुरू होने के बाद जब छह माही परीक्षाएं होंगी तो यह परीक्षाएं भी क्लासेस में भी देनी होगी. कुछ निजी स्कूलों ने बताया कि हाफ ईयरली एग्जाम ऑफलाइन होंगे. इसके लिए छात्रों को पहले ही सूचना दे दी गई है. ताकि वे तैयारी करें. इस परीक्षा के बाद पता चलेगा कि बच्चों का स्तर कैसा है. वहीं इस सम्बन्ध में निजी स्कूल एसोसिएशन ने भी जिला शिक्षा अधिकारी को चिट्ठी लिखी थी, जिसके बाद आदेश निकाला गया.
इन नियमों का पालन करना होगा
स्कूलों में ऑफलाइन क्लास के लिए वार्ड पार्षद एवं स्कूल की पालक समिति की अनुशंसा जरूरी होगी. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत एवं स्कूल की पालक समिति की अनुशंसा स्कूलों को लेनी होगी. क्लास में क्षमता से आधे छात्र हों, सर्दी-बुखार वाले बच्चों को अनुमति नहीं होगी. छात्रों को कक्षाओं में एक दिन के अंतर में बुलाया जाए.