हम सभी को पता है कि विदेश जाने के लिए पासपोर्ट और वीजा का जरूरत पड़ती है. लेकिन आज हम आपको एक भारतीय स्टेशन के बारे में बता रहे हैं जहां एंट्री के लिए आपको पाकिस्तानी पासपोर्ट और वीजा की जरूरत पड़ेगी. जी हां, आप बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं. भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में ऐसी कई चीजें हैं जो बेहद रोचक हैं. अगर आपके पास पासपोर्ट और वीजा नहीं होगा तो आप इस स्टेशन में एंट्री नहीं कर पाएंगे.
भारत में ऐसा एक मात्र स्टेशन है. अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों है और वो कौन सा स्टेशन है, जहां केवल पाकिस्तानी पासपोर्ट और वीजा धारकों को ही एंट्री मिलती है.
दरअसल, भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते अक्सर तनावपूर्ण रहते हैं. लेकिन दोनों देशों की आवाम आपस में जुड़ी हुई हैं. ऐसे में तमाम लोग हैं जिनके भारत और पाकिस्तान में रिश्तेदार हैं. दोनों देशों के बीच ऐसे लोगों की आवाजाही के लिए एक ट्रेन चलती है जिसका नाम है समझौता एक्सप्रेस.
यह ट्रेन दिल्ली से लाहौर के बीच चलती है. दिल्ली से लाहौर जाने के मार्ग में भारतीय सीमा के अंदर अटारी श्याम सिंह रेलवे स्टेशन आता है. यह स्टेशन भारत का अंतिम स्टेशन है. रोचक बात यह है कि इस स्टेशन में किसी भी भारतीय को एंट्री नहीं दी जाती. इस स्टेशन में प्रवेश के लिए आपके पास पाकिस्तानी पासपोर्ट का होना जरूरी है. अगर आपके पास पाकिस्तानी पासपोर्ट और वीजा नहीं है और आप इस स्टेशन में प्रवेश करने की कोशिश करते पाए जाते हैं तो आपको सीधे जेल की ही हवा खानी पड़ेगी.
बिना वीजा के अगर आप यहा प्रवेश करते हैं तो आपको गिरफ्तार कर लिया जाएगा. आपको विदेशी कानून की धारा-14 के तहत गिरफ्तार किया जाएगा. इस कानून के तहत गिरफ्तारी होने पर आपको जमानत पाने में सालों लग सकते हैं.
कहां है अटारी स्टेशन
अटारी श्याम सिंह स्टेशन पंजाब के अमृतसर जिले में स्थित है. यह वही स्टेशन है जहां से पहली बार समझौता एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई गई थी. अटारी श्याम सिंह स्टेशन के अधिकारियों के मुताबिक स्टेशन परिसर में किसी भी भारतीय को बिना वीजा के प्रवेश की इजाजत नहीं है. यहां से केवल पाकिस्तान के लिए ही ट्रेन चलती है.
बेहद कड़ी से सुरक्षा
भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में बेहद तनाव को देखते हुए यहां अक्सर अनहोनी की आशंका बनी रहती है. ऐसे में यहां की सुरक्षा बेहद कड़ी है. यहां पर सशस्त्र बलों की तैनाती रहती है. आपको स्टेशन में प्रवेश के लिए कई स्तर पर सुरक्षा जांच को पार करना होता है. स्टेशन के चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे की नजर रहती है.
कुली की नहीं है व्यवस्था
अटारी श्याम सिंह स्टेशन के बारे में कई जानकारियां रोचक है. इस स्टेशन में यात्रियों के अलावा किसी भी अन्य व्यक्ति के प्रवेश की अनुमति नहीं है. यहां आपको कुली सेवा भी नहीं मिलेगी. ऐसे में अगर आप अटारी स्टेशन से पाकिस्तान जाने के लिए ट्रेन में सवार होने जा रहे हैं तो आपको सलाह दी जाती है कि आप उतना ही समान ले जाएं जितना आप आसानी से उठा सकें.
भारत-पाकिस्तान के चलती थी एक और ट्रेन
भारत और पाकिस्तान के बीच समझौता एक्सप्रेस के अलावा एक और ट्रेन चलती थी. उसका नाम है थार एक्सप्रेस. इस ट्रेन को 18 फरवरी 2006 को शुरू किया गया था. ट्रेन राजस्थान के जोधपुर जिले के भगत की कोठी स्टेशन से पाकिस्तान के कराची के कराची कैंट स्टेशन के बीच चलती थी. दोनों देशों में थार के रेगिस्तान के फैले होने के कारण इस ट्रेन का नाम थार एक्सप्रेस दिया गया था.
लेकिन फिलहाल यह ट्रेन स्थगित है. दोनों देशों के रिश्तों में भारी तनाव के बाद नौ अगस्त 2019 को इस ट्रेन को स्थगित कर दिया गया था. यह ट्रेन पुराने जोधपुर-हैदराबाद रेल रूट पर चलती थी जो एकीकृत भारत में वक्त बना था. उस वक्त ट्रेनें जोधपुर से हैदराबाद, कराची होकर जाती थीं.