नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) के दामाद समीर खान (Sameer Khan) के खिलाफ दर्ज किए गए मामले में उनकी जमानत के खिलाफ याचिका दाखिल कर सकती है. एनसीबी ने शुक्रवार को ही इस मामले को NCB के मुंबई के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े से वापस ले लिया था. फिलहाल यह मामला NCB दिल्ली की ऑपरेशनल यूनिट के पास है, जिसके इंचार्ज डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह हैं. सूत्रों ने कहा कि एसआईटी अब मलिक के दामाद समीर खान को दी गई जमानत को रद्द करने के लिए अदालत का रुख कर सकती है. माना जा रहा है कि NCB के इस कदम से राजनीतिक विवाद हो सकता है. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री NCB के खिलाफ लगातार हमलावर रहे हैं. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार जमानत को चुनौती देने का फैसला पिछले महीने की शुरुआत में ही कर लिया गया था.
समीर खान को NCB ने तब तलब किया गया जब एनसीबी को एक अन्य ड्रग मामले में एक आरोपी के साथ 20,000 रुपये के लेन-देन के सबूत मिले थे. उन्हें जनवरी में गिरफ्तार किया गया था. NCB ने दावा किया था कि उन्हें 200 किलोग्राम ड्रग के साथ गिरफ्तार किया गया था. हालांकि मलिक परिवार ने दावा किया कि वह ‘हर्बल तंबाकू’ था. मलिक ने NCB और वानखेड़े पर बीते महीने जमकर हमला किया.कैसे सुर्खियों में आया मामला
समीर खान का मामला तब सुर्खियों में आया जब एनसीबी ने पिछले महीने बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को ड्रग्स-ऑन-क्रूज मामले में गिरफ्तार किया था. इसके बाद समीर खान के ससुर नवाब मलिक ने एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर बॉलीवुड सितारों से जबरन वसूली, फर्जी जाति प्रमाणपत्र बनाने और शाहरुख को फंसाने के लिए फर्जी मामला बनाने का आरोप लगाया. मंत्री ने एजेंसी पर बॉलीवुड और महाराष्ट्र की छवि खराब करने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया है.
शुक्रवार को ही वानखेड़े से मामले वापस लिए जाने के बाद मलिक ने कहा था कि NCB अधिकारी को मामले से हटाना ‘अभी शुरुआत है.’ NCP नेता मलिक ने कहा था, ‘आर्यन खान मामले समेत पांच मामलों से समीर वानखेड़े को हटाया गया है. कुल 26 मामले हैं जिनकी जांच की जरूरत है. ये तो बस शुरुआत है… सिस्टम को साफ करने के लिए अभी बहुत कुछ करना है और हम करेंगे.’