अफगानिस्तान (Afghanistan) के नंगरहार (Nangarhar) प्रांत के स्पिन घर इलाके की एक मस्जिद में शुक्रवार की नमाज के दौरान जोरदार विस्फोट हुआ है. ऐसी सचूना है कि इमाम मुफ्ती नईमन की मौत और अन्य 15 लोगों के घायल होने की सूचना मिली है. वहीं मामूली रूप से घायलों को अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई. यह धमाका उस समय हुआ जब लोग शुक्रवार की नमाज के लिए मस्जिद में थे. इस इलाके के निवासी अटल शिनवारी ने कहा कि दोपहर 1.30 पर जोरदार आवाज सुनी गई. यह नमाज शुरू होने के कुछ पल बाद ही मस्जिद के अंदर हुआ. इससे पहले 2 नवंबर को भी अफगानिस्तान में बंदूकधारियों ने हमला कर 25 लोगों की हत्या कर दी थी. वहीं इसमें 50 से अधिक लोग घायल हुए थे.
इस घटना के बारे में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है. अभी किसी ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. इलाके के निवासी अटल शिनवारी ने कहा कि विस्फोट दोपहर करीब 1:30 बजे हुआ. जब विस्फोटक जाहिरा तौर पर मस्जिद के अंदरूनी हिस्से में ही रखा हुआ था उसमें विस्फोट हो गया. एक अन्य निवासी ने भी ऐसी ही जानकारी दी.
इससे पहले 2 नवंबर को, अफगानिस्तान में अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा किए गए हमले में कम से कम 25 लोग मारे गए थे और 50 से अधिक घायल हो गए थे. विस्फोट 400 बिस्तरों वाले सरदार मोहम्मद दाउद खान अस्पताल के प्रवेश द्वार पर हुए और उसके बाद किया गया तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा इस्लामिक स्टेट के बंदूकधारियों के एक समूह द्वारा हमला किया गया था, जिनमें से सभी 15 मिनट के भीतर मारे गए थे. जब से तालिबान ने अफगानिस्तान पर अपनी जीत पूरी की है, विस्फोटों ने हमलों और हत्याओं की बढ़ती सूची में इजाफा किया है. अगस्त में पश्चिम समर्थित सरकार ने अफगानिस्तान में सुरक्षा बहाल करने के उनके दावे को कम करके आंका गया था.
शिया को क्यों बनाया निशाना?
इस्लामिक स्टेट समूह के आतंकवादियों का अफगानिस्तान के शिया मुस्लिम अल्संख्यकों पर हमला करने का लंबा इतिहास रहा है. जिन लोगों को निशाना बनाया गया, वे हजारा समुदाय से हैं, जो सुन्नी बहुल देश में लंबे समय से भेदभाव का शिकार बनते रहे हैं. यह हमला अमेरिका और नाटो सैनिकों की अगस्त के आखिर में अफगानिस्तान से वापसी और देश पर तालिबान के कब्जे के बाद एक भीषण हमला है.