देश की पहली हाईस्पीड बुलेट ट्रेन (bullet train) को समय पर चलाने के लिए रेलवे मंत्रालय (Ministry of Railways) ने प्रतिमाह निर्माण कार्य का टारगेट तय कर दिया है. इतना नहीं बारिश के बाद टारगेट को दोगुना कर दिया जाएगा, जिससे काम में और तेजी आएगी. इसके अलावा सूरत रेलवे टर्मिनल के निर्माण का काम भी शुरू कर दिया गया है. रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnav) ने बताया कि बुलेट का काम तेजी से और संतोषजनक चल रहा है. निश्चित तौर पर समय पर ट्रेन का संचालन किया जाएगा.
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (National High-Speed Rail Corporation Limited) के अनुसार बुलेट ट्रेन के लिए 16 किलोमीटर में पिलर तैयार हो चुके हैं. इसके साथ ही, मौजूदा समय प्रतिमाह 5 किलोमीटर में पिलर तैयार किए जा रहे हैं. इसके अलावा मानसून यानी बारिश के बाद रोजाना 10 किलोमीटर में पिलर के निर्माण का टारगेट रखा गया है. इसके साथ ही सूतर रेलवे टर्मिनल के निर्माण का काम भी शुरू हो चुका है.
सी 4 पैकेज के तहत सूरत,भारूच, बिलीमोरा और वापी स्टेशन समय पर पूरे कर लिए जाएंगे. इसके साथ ही 237 किलोमीटर वायाडक्ट भी तैयार हो जाएगा. अहमदाबाद जिले में भी साबरमती टर्मिनल हब भवन का कार्य प्रगति पर है जो हाई स्पीड रेल स्टेशन को भारतीय रेलवे के स्टेशन तथा मेट्रो और बस स्टेशन को जोड़कर यात्रियों को एक उत्तम सुविधा प्रदान करेगा.
बुलेट ट्रेन पर एक नजर
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन मुंबई और अहमदाबाद के बीच 508 किमी लम्बी भारत की पहली हाई स्पीड रेल लाइन का निर्माण कर रहा है, जिसका 352 किमी. मार्ग गुजरात के 8 जिलों से होकर गुजरेगा. परियोजना का कार्य इन सभी 8 जिलों में शुरू हो चुका है