भारत हिंद महासागर (Indian Ocean) में चीनी पीएलए नौसेना (Chinese PLA Navy) के खतरों से निपटने के लिए समुद्री बेड़े (Naval Fleet) की ताकत को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. बजट (Budget) में भारतीय नौसेना (Indian Navy) के लिए रकम के आवंटन को बहुत ज्यादा बढ़ाए जाने से ये साफ दिखाई देता है. गौरतलब है कि चीन लगातार अपने जहाजों और पनडुब्बियों की संख्या बढ़ा रहा है. रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में इसके बारे में कहा कि समुद्री सुरक्षा के महत्व को ध्यान में रखते हुए भारतीय नौसेना के पूंजीगत बजट (Capital Budget) में 44.53% की बढ़ोतरी की गई है. जिसमें वित्त वर्ष 2022-23 के लिए कुल 46,323 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है. इस बढ़ोतरी का मकसद नए प्लेटफार्मों को हासिल करना, संचालन और रणनीतिक महत्व के बुनियादी ढांचे का निर्माण, दुश्मनों की तुलना क्षमता में बड़े अंतर को पाटना और एक भरोसेमंद समुद्री ताकत को तैयार करना है.
गौरतलब है कि नौसेना बेड़े (Naval Fleet category) के लिए रकम को 16,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 29,452 करोड़ रुपये किया गया है. इस केटेगरी में जहाज और पनडुब्बी शामिल हैं. दूसरी ओर भारतीय वायु सेना के लिए पूंजी आवंटन में बढ़ोतरी केवल 4.46% (53,214.77 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 55,586.65 रुपये) की गई है. जबकि भारतीय थल सेना के आवंटन में पिछले साल की तुलना में लगभग 12% (36,482 करोड़ रुपये से घटाकर 32,015.3 करोड़ रुपये) की कटौती हुई है.
सूत्रों का मानना है कि ये आवंटन हिंद महासागर में चीन के बढ़ते खतरे को देखते हुए किया गया है. दिसंबर में नौसेना प्रमुख एडमिरल हरि कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि भारतीय नौसेना चीनी जहाजों पर कड़ी निगरानी रखती है. उनके द्वारा बताए गए आंकड़ों के अनुसार चीनी नौसेना ने पिछले 10 साल में 138 जहाजों का निर्माण किया था और नौसेना संपत्ति (naval assets) के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना के रूप में उभरी थी.
नौसेना प्रमुख ने बताया था कि भारत के पास 130 जहाज और पनडुब्बियां हैं, लेकिन वह इनकी संख्या को बढ़ाकर 170-जहाजों तक करना चाहता है. भारत ने समुद्री क्षमता बढ़ाने की अपनी योजना में एक बदलाव किया है. अब नौसेना का जोर भारत में छह पारंपरिक पनडुब्बियों (submarines) के निर्माण के लिए 43,000 करोड़ रुपये की परियोजना पर है. भारतीय नौसेना दूसरा एयरक्राफ्ट कैरियर (aircraft carrier) बनाने पर भी जोर दे रही है. पहले एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत (aircraft carrier Vikrant) के इस साल चालू होने की उम्मीद है. केंद्र सरकार ने भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) को भी अतिरिक्त पूंजी आवंटित की है. इसे 60.24% बढ़ाकर 2,650 करोड़ रुपये से 4,246 करोड़ रुपये कर दिया गया है. बहरहाल रक्षा मंत्रालय को कुल 5.25 लाख करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है.