बदलते समय के साथ जैसे हमने खुद को बदला है, कुछ ऐसे ही बदलाव की ज़रूरत घर के बुज़ुर्गों को भी है. इस लिस्ट में सबसे पहला और बड़ा बदलाव होना उनके फोन से संबंधित होना चाहिए. कई घर ऐसे हैं, जहां आज भी 50 और उससे अधिक उम्र वाले लोग अब भी फीचर फोन का ही इस्तेमाल करते हैं. घर वालों का भी इस ओर ख़ास ध्यान नहीं जाता, क्योंकि उन्हें लगता है कि स्मार्ट फोन से जुड़ी कई बातें बुज़ुर्गों के पल्ले नहीं पड़ेंगी.
हमें यह समझना चाहिए कि बुज़ुर्गों के लिए भी फीचर फोन से स्मार्ट फोन पर स्विच करना बेहद ज़रूरी है. ऐसा करने से वे देश दुनिया से जुड़ी हर ख़बर पाने के साथ-साथ, अपनी विश लिस्ट में जुड़ी चीज़ों को ऑर्डर करने के अलावा रिश्तेदारों के संपर्क में बने रहेंगे. कई बार एमरजेंसी की स्थिति में वे स्मार्ट फोन का इस्तेमाल कर पाएंगे. अगर आपके घर पर भी कोई बुज़ुर्ग हैं, तो उन्हें स्मार्ट फोन फ्रेंडली बनाने के तरीके और उसके फायदे के बारे में जानें.
बुज़ुर्गों को कैसे बनाएं स्मार्ट फोन फ्रेंडली?
स्मार्ट फोन गिफ्ट करें – किसी शुरुआत के लिए इंतज़ार करने की बजाय उसके लिए कदम उठाना ज़रूरी है. घर के बुज़ुर्ग सदस्य की सहमति पाने का इंतज़ार न करें. उन्हें स्मार्ट फोन गिफ्ट करें. एक बार अगर उनके लिए स्मार्ट फोन खरीद लिया जाए, तो वे इसे धीरे-धीरे इस्तेमाल करने लगेंगे.
फोन से गैर ज़रूरी ऐप हटाएं – स्मार्ट फोन में कुछ ऐप पहले से इंस्टॉल रहते हैं. अगर आपको लगे कि आपने जिनके लिए फोन लिया है, उन्हें इसकी ज़रूरत नहीं पड़ेगी, तो इन ऐप्स को फोन से हटा दें, ताकि वे मोबाइल यूज करते हुए कंफ्यूज न हों.
उन्हें फोन के फायदे बताएं – मैप से लेकर बोलकर किसी भी सवाल का समाधान पाने से जुड़ी ख़ासियत जान लेने के बाद घर के बुज़ुर्ग सदस्य भी इसे इस्तेमाल करना चाहेंगे. कहीं जानें से लेकर अपनी किसी जिज्ञासा को शांत करने के लिए उनके पास विकल्प मौजूद होगा