यूपी एटीएस (UP ATS) ने छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) से आईएस के पुणे मॉड्यूल के सक्रिय सदस्य वजीहुद्दीन को दो दिनों पहले गिरफ्तार किया. एटीएस को छानबीन में पता चला कि वजीहुद्दीन एएमयू में आतंक की नर्सरी तैयार कर रहा था . यूनिवर्सिटी के बच्चे उसे प्रोफेसर कहते थे. वजीहुद्दीन अपनी पीएचडी खत्म करने के बाद अलीगढ़ में ही कोचिंग चलाने लगा था और इसी की आड़ में जिहादी गतिविधियों के लिए उसने तमाम युवाओं का ब्रेनवाश करना शुरू कर दिया था.
यूपी एटीएस काफी समय से वजीहुद्दीन को तलाश कर रही थी. उसका मूल निवास राजनंदगांव बताया गया था, जिस कारण एटीएस वहां उसको ढूंढ रही थी. पिछले दिनों हुई गिरफ्तारी में माज और अर्सलान ने वजीहुद्दीन के छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में होने की बात बताई, जिसके बाद एटीएस ने वहां जाकर उसको गिरफ्तार किया. पिछले दिनों दिल्ली स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार शाहनवाज और रिजवान भी वजीहुद्दीन से ही खाता प्रभावित थे. अलीगढ़ में ही शाहनवाज वजीहुद्दीन के संपर्क में आया था.
वजीहुद्दीन की कोचिंग में मिल सकते हैं कई साक्ष्य
वजीहुद्दीन को आईएस के इतिहास के बारे में काफी जानकारी है इसके चलते उससे कई छात्र प्रभावित हो जाते थे. यूपी एटीएस आईएस से जुड़े हुए इस पूरी नेटवर्क को खंगालना चाहती है. वजीहुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद एटीएस को लगता है वजीहुद्दीन की कोचिंग से एटीएस को इस छात्र संगठन से जुड़े हुए और साक्ष्य मिल सकते हैं. इस वक्त एसएएमयू का नाम लगातार सुर्खियों में है. इस संगठन से जुड़ने वाले अधिकतर छात्र इसी छात्र संगठन से जुड़े हुए हैं
ये लोग देश विरोधी गतिविधियो और घटनाओं की साजिश रचने में शामिल बताए जा रहे हैं. इस संगठन का संचालक कौन है. किस माध्यम से ये संगठन छात्रों को जुड़वा रहा है. इन तमाम सवालों को लेकर के एटीएस और तमाम एजेंसियां जांच में लगी हुई हैं.