बस्तर (Bastar) की 12 विधानसभा सीटों में 7 नवम्बर को होने वाले चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए बस्तर पुलिस (Bastar Police) ने कमर कली है और लगातार नक्सल (Naxal) प्रभावित इलाकों में ऑपरेशन चला रही है. जिसके तहत बस्तर पुलिस (Bastar Police) के जवानों को सफलता भी हासिल हो रही है. सप्ताह भर पहले ही बीजापुर (Bijapur) इलाके में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में जवानों ने इनामी नक्सलियों को मार गिराया था.
वहीं शनिवार (21 अक्टूबर) सुबह कांकेर जिले (Kanker Districtc) के कोयलीबेड़ा इलाके में हुए पुलिस (Police) और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में जवानों ने दो नक्सलियों को मार गिराया है. हालांकि मारे गए दोनों नक्सलियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है.लेकिन घटना स्थल से जवानों ने नक्सलियों के शवों के साथ इंसास राइफल और एक नग भरमार बंदूक बरामद किया है और लगातार घटनास्थल में सर्चिंग जारी है. दोनों ओर से हुई गोलीबारी में पुलिस के जवानों को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचा है, तो वहीं चुनाव के पहले दो नक्सलियों के मुठभेड़ में मारे जाने से कांकेर पुलिस इसे बड़ी सफलता मान रही है.
चुनाव से पहले बस्तर पुलिस को मिली सफलता
कांकेर एसपी दिव्यांग पटेल (Divyang Patel) ने घटना की जानकारी देते हुए एबीपी लाइव (ABP Live) को बताया कि 20 अक्टूबर के रात को कांकेर जिले के थाना कोयलीबेड़ा से DRG और बस्तर फाइटर्स और इसके अलावा बीएसएफ (BSF) जवान के संयुक्त टीम इलाके में सर्चिंग के लिए निकली हुई थी, इसी दौरान शनिवार के सुबह कोयलीबेड़ा थाना क्षेत्र के गांव गोमें के सरहदी जंगलों में DRG और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, ये मुठभेड़ करीब 2 घंटे तक चली, जवानों से मिली जानकारी के मुताबिक बड़ी संख्या में इलाके में नक्सलियों की मौजूदगी थी, लेकिन DRG जवानों ने मोर्चा संभालते हुए नक्सलियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसके बाद नक्सली जवानो को अपने ऊपर भारी पड़ता देख नक्सली मौके से भाग निकले.
मुठभेड़ के बाद घटनास्थल में सर्चिंग के दौरान जवानों ने 2 पुरुष नक्सलियों का शव बरामद किया है. इसके साथ ही मौके से एक इंसास राइफल और एक नग भरमार बंदूक के साथ ही बड़ी मात्रा में नक्सलियों का विस्फोटक सामान और दैनिक उपयोगी सामान भी बरामद किया है. एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि इस इलाके में नक्सली अपना अस्थाई कैंप बनाकर रखे हुए थे और जवान इस कैम्प तक पहुंच गए. जिसके बाद उन पर हमला बोल दिया गया. अच्छी बात यह रही कि इस मुठभेड़ में जवानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
इलाके में जवानों की टीम कर रही है सर्चिंग
वहीं अभी भी लगातार इलाके में जवानों की टीम सर्चिंग कर रही है. हालांकि मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है. ऐसे में सरेंडर नक्सलियों से मारे गए नक्सलियों की पहचान की जा रही है. कांकेर एसपी ने बताया कि आगामी 7 नवंबर को होने वाले मतदान को देखते हुए कांकेर पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है. जिला पुलिस के अलावा कांकेर में तैनात सीआरपीएफ और बीएसएफ के जवान भी लगातार नक्सलियों के कोर इलाके में सर्चिंग अभियान चला रहे हैं और इसी के तहत शनिवार सुबह पुलिस को यह सफलता हासिल हुई है. उन्होंने कहा कि चुनाव तक लगातार इलाके में एंटी नक्सल ऑपरेशन जारी रहेगा. पुलिस की पूरी कोशिश है कि मतदान के दौरान नक्सली किसी भी बड़ी वारदात को अंजाम न दे पाए इसके लिए कांकेर पुलिस और अर्धसैनिक बल पूरी तरह से 24 घंटे अलर्ट मोड पर है.