राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप को वोट दूंगी : निक्की हेली
गाजा में अमेरिकी पोतघाट से फलस्तीनियों तक पहुंची सहायता: संयुक्त राष्ट्र
नेपाल : पीएमओ से चल रहा अवैध रूप से अमेरिका भेजने का धंधा, तीन कर्मचारी निलम्बित
वाशिंगटन
भारतीय अमेरिकी निक्की हेली ने कहा कि वह अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के लिए मतदान करेंगी। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत हेली ने वाशिंगटन में हडसन इंस्टीट्यूट में एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘मैं ट्रंप को वोट दूंगी।’
हेली ने कहा, ‘‘मैंने जो पहले कहा था मैं उस पर कायम हूं। मैंने अपने निलंबन भाषण में जो कहा था मैं उस पर कायम हूं। मुझे लगता है कि ट्रंप उन लाखों लोगों तक पहुंचेंगे जिन्होंने मुझे वोट दिया और मेरा समर्थन करना जारी रखा।’’
उन्होंने कहा, ‘एक मतदाता के रूप में मैं अपनी प्राथमिकताएं ऐसे राष्ट्रपति पर छोड़ती हूं जो हमारे सहयोगियों का समर्थन करेगा और हमारे दुश्मनों को जवाबदेह ठहराएगा, जो सीमा को सुरक्षित करेगा, कोई बहाना नहीं। एक राष्ट्रपति जो पूंजीवाद और स्वतंत्रता का समर्थन करेगा, एक राष्ट्रपति जो समझता है कि हमें कम कर्ज की जरूरत है, अधिक कर्ज की नहीं।”
उन्होंने कहा, ‘ट्रंप इन नीतियों पर सही नहीं रहे हैं। मैंने इसे कई बार स्पष्ट किया है। लेकिन (जो) बइडन एक आपदा रहे हैं। इसलिए मैं ट्रंप को वोट दूंगी। यह कहने के बाद…मैंने अपने निलंबन भाषण में जो कहा था, मैं उस पर कायम हूं।’
हेली भी रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल थीं लेकिन उन्हें प्रायमरी चुनावों में सफलता नहीं मिली। हेली ने चुनाव अभियान के दौरान अपने प्रतिद्वंद्वी रहे ट्रंप की महीनों तक कड़ी आलोचना की थी लेकिन अब उन्होंने ट्रंप को समर्थन देने का फैसला किया है।
गाजा में अमेरिकी पोतघाट से फलस्तीनियों तक पहुंची सहायता: संयुक्त राष्ट्र
वाशिंगटन
संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (यूएन-डब्ल्यूएफपी) ने कहा कि उसने अमेरिका द्वारा निर्मित पोतघाट के जरिए भेजे गए पोषण से भरपूर बिस्किट गाजा को सौंपे हैं,हालांकि इन बिस्किट की मात्रा अधिक नहीं है।
डब्ल्यूएफपी के प्रवक्ता स्टीव तारवेल्ला ने कहा कि शुक्रवार को पोतघाट से उतारी गई पहली खेप में कम संख्या में बिस्किट आए। अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि 32 करोड़ डॉलर से अधिक की सहायता सामग्री से लदे कुल 41 ट्रक गाजा में मानवीय संगठनों तक पहुंचाए गए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवन ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं से कहा कि पोतघाट से ‘सहायता आ रही है लेकिन उस दर से नहीं आ रही है….।’
इससे पहले पेंटागन के प्रवक्ता मेजर जनरल पैट्रिक राइडर ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा था कि उन्हें विश्वास नहीं है कि पोतघाट से कोई भी सहायता अभी तक गाजा में लोगों तक पहुंची है।
सुलीवन ने एक दिन बाद कहा कि कुछ सहायता ‘विशेष रूप से फलस्तीनियों को दी गई है जिन्हें इसकी आवश्यकता है।’
सहायता समूहों के अनुसार गाजा के सभी 23 लाख लोगों को भोजन की सख्त जरूरत है। वहीं डब्ल्यूएफपी और यूएसएआईडी के प्रमुखों ने कहा है कि उत्तरी गाजा में भुखमरी शुरू हो गई है।
डब्ल्यूएफपी ने इस सप्ताह चेतावनी दी थी कि यदि इजराइली अधिकारियों ने वैकल्पिक भूमि मार्गों के लिए मंजूरी और बेहतर सुरक्षा, सहयोग नहीं दिया तो अमेरिकी परियोजना विफल हो सकती है।
वहीं इजराइल का कहना है कि वह गाजा में प्रवेश करने वाले ट्रकों की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं लगा रहा है साथ ही उसने सहायता समूहों पर ‘‘अवाजाही संबंधी क्षमताओं में कमी और श्रमबल की कमी’’ होने की बात कही।
नेपाल : पीएमओ से चल रहा अवैध रूप से अमेरिका भेजने का धंधा, तीन कर्मचारी निलम्बित
काठमांडू
नेपाल के प्रधानमंत्री के दफ्तर से अवैध रूप से अमेरिका भेजने का धंधा चलने का खुलासा हुआ है। विश्वकप क्रिकेट मैच के नाम पर लोगों को अवैध रूप से अमेरिका भेजने के काम में संलग्न तीन कर्मचारियो को निलम्बित कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय के सचिव कृष्णहरि पुष्कर ने बताया कि टी 20 विश्वकप क्रिकेट के नाम पर अवैध लोगों को अमेरिका भेजने में संलग्न पीएमओ के डिप्टी सेक्रेटरी विष्णु सुवेदी और दो सेक्सन अफिसर ज्ञानेन्द्र शर्मा और लक्ष्मी प्रसाई को निलम्बित कर दिया गया है। इन तीनों ने मिल कर बिना स्वीकृति लिये 23 लोगों का नाम अमेरिका भेजने के लिए विदेश मंत्रालय में भेज दिया था। विश्वकप क्रिकेट मैच देखने के लिए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ नेपाल के अधिकारियों के साथ अन्य लोगों को भी भेजने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई गई थी।
इस मामले में जांच से पता चला है कि एक टूअर्स एंड ट्रैवेल कंपनी और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ नेपाल के अधिकारियों की मिलीभगत से लोगों को अमेरिका भेजने की तैयारी थी। नेपाली क्रिकेट टीम और क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारियों के लिए टिकटिंग कराने वाले रूपसे हॉलीडे ट्रैवल एजेंसी ने 23 अतिरिक्त लोगों का टिकट बना कर वीजा प्रोसेस के लिए आगे बढ़ाया था। जांच से पता चला है कि जिन अतिरिक्त लोगों का नाम इस सूची में शामिल किया गया था, उनमें प्रत्येक से 30 से 35 लाख रुपये वसूलने की तैयारी थी।