मंदसौर
सेब की बात जब हम सुनते हैं, हमारे मन में यही ख्याल आता है कि इसका उत्पादन ठंडे प्रदेशों में होता है। खासकर जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा सेब का उत्पादन होता है। वहीं, मध्य प्रदेश में सेब के पेड़ देखकर आपको अचंभा होगा और उन पेड़ों पर फल देखकर तो आप हैरान रह जाएंगें। एमपी में भीषण गर्मी के बीच मंदसौर जिले के एक किसान ने सेब उगा दिए हैं। साथ ही पेड़ पर फल भी आ गए हैं। यह कमाल मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ तहसील के गांव कनघट्टी के किसान दिनेश पाटीदार ने कर दिया है।
किसान दिनेश पाटीदार ने उगाए सेब
मंदसौर के किसान दिनेश के खेत पर सेब लगने लगे हैं। बीते साल भी गर्मियों की शुरुआत में सेब उगे थे, इसके बाद वे लाल हो गए। इस साल भी पेड़ों पर सेब लद चुके हैं। अभी यह सेब हरे हैं आने वाले कुछ दिनों लाल हो जाएंगे। यहीं नहीं मंदसौर जिले के किसान दिनेश पाटीदार अपने खेत पर 15 से ज्यादा किस्म के फल लगाए हैं।
12वीं पास हैं किसान दिनेश पाटीदार
मंदसौर की मल्हारगढ़ तहसील के गांव कनावटी के दिनेश पाटीदार 12वीं पास हैं और पेशे से किसान हैं। यह बागवानी को लेकर इतना जिज्ञासु है कि इन्होंने इंटरनेट और यूट्यूब देखकर अपने खेत में 15 से ज्यादा वैरायटी के फल लगा दिए हैं। इन 15 फलों में सेब, आम सहित संतरे की उन्नत किस्में शामिल है। दिनेश ने मालवा की माटी में करीब 4 साल पहले सेब लगाए थे, जो अब फल-फूल रहे हैं।
राष्ट्रपति से मिल चुका है सम्मान
सेब के पेड़ लगाने से पहले दिनेश राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त और हरिमन-99 सेब की किस्म के जनक हरिमन शर्मा से भी मिले। उनसे पौधे और उन्हें उगाने की जानकारी लेकर बागवानी शुरू की। अब 42 से 45 डिग्री तापमान में में भी सेब पौधों पर लदे है।
15 से 20 दिन में हो जाएंगे लाल
किसान दिनेश पाटीदार ने बताया कि उनकी खेती और बागवानी में शुरु से ही रुचि रही है। अच्छे किस्म के फल और अच्छी बागवानी के लिए वह इंटरनेट- यूट्यूब से जानकारियां जुटाते रहते हैं। एक दिन उन्हें हरिमन-99 किस्म के सेब की जानकारी मिली। इसके बारे में ज्यादा खोजबीन की तो पता चला कि इस किस्म के सेब के जनक हरिमन शर्मा है। उन्होंने 1999 में गर्मियों में उगने वाले सेब की किस्म तैयार की थी। इसके बाद दिनेश ने हरिमन शर्मा से मुलाकात की। अब उनके खेत पर हरिमन-99 किस्म के सेब लदे है।
इजराइल से मंगवाया गेहूं
किसान दिनेश ने बताया कि उन्होंने यूट्यूब पर एक बार इजराइल के गेहूं के बारे में देखा इसके बाद इजराइल से गेहूं मगवाया और अब खेत में बोया है। बीते दो साल से इजराइल के गेहूं की पैदावार कर रहे हैं। कम बीज और लागत में अधिक मुनाफा हो रहा है।
ये वैरायटियां किसान ने उगाई
किसान और बागवान दिनेश पाटीदार ने अपने खेत में संतरा, विभिन्न किस्म के नींबू, नारियल, पपीता, आम, अमरूद, चीकू, सीताफल, ड्रैगन फ्रूट, अंगूर, मौसंबी, केले, सेब, थाई एप्पल बेर और कृष्ण कमल फल सहित करीब 15 से ज्यादा फलों की बागवानी कर रखी है। किसान ने बताया कि यह सब इंटरनेट पर सर्च कर सीखा है। अब अच्छा अनुभव हो गया है। जब 4 साल पहले सेब लगाए थे तब ज्यादा अनुभव नहीं था। फिलहाल सीमित मात्रा में सेब है, लेकिन अब आग इन्हें और बढ़ाएंगे।