कराची
पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (71) ने कहा है कि पद पर रहते हुए उन्हें केवल एक ही बात का अफसोस है कि उन्होंने जनरल (रिटायर्ड) कमर जावेद बाजवा पर भरोसा किया. मौजूदा वक्त में इमरान जेल में हैं. इमरान ने पूर्व सेना प्रमुख पर सैन्य प्रमुख के रूप में दूसरा विस्तार पाने के लिए उनके बारे में 'कहानियां' फैलाने का आरोप लगाया.
अप्रैल 2022 में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बेदखल किए गए इमरान खान ने जनरल बाजवा पर अपनी सरकार के खिलाफ महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आरोप लगाया था.
Dawn अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, एक इंटरव्यू के दौरान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) सियासी पार्टी के संस्थापक इमरान खान ने देश के राजनीतिक और सैन्य नेताओं की आलोचना की. विशेष रूप से अपने दोस्त से दुश्मन बने जनरल बाजवा पर ध्यान केंद्रित करते हुए.
'मुझे यकीन नहीं है कि…'
इमरान खान, जेल की सजा के लिए किसको दोषी मानते हैं, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "मुझे यकीन है कि यह सब जनरल बाजवा द्वारा रचा गया था. मैं इसके लिए किसी और को जिम्मेदार नहीं मानता. उन्होंने अपने कार्यकाल को आगे बढ़ाने के लिए खुद को एक धोखेबाज व्यक्ति के रूप में पेश किया, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अराजकता पैदा करने के लिए झूठ गढ़े.
इमरान खान ने कहा कि प्रधानमंत्री के तौर पर उन्होंने 2019 में जनरल बाजवा के लिए तीन साल का विस्तार मंजूर किया था, जो सेना प्रमुख के रिटायर होने से बमुश्किल तीन महीने पहले था. हालांकि, 2022 में Bol News को दिए गए एक इंटरव्यू में इमरान खान ने कहा कि उन्होंने विस्तार देकर गलती की है.
उन्होंने कहा कि जनरल बाजवा ने अमेरिका जैसे देशों में मेरे बारे में कहानियां फैलाईं और मुझे अमेरिका विरोधी या उनके साथ अच्छे संबंधों में रुचि न रखने वाला बताया. जनरल बाजवा की व्यक्तिगत लालच ने उन्हें चीनी मिट्टी के बर्तनों में बंद बैल में बदल दिया है.
'सरकार में वैधता की कमी…'
8 फरवरी के आम चुनावों के बाद से इमरान खान ने चुनावों में कथित धांधली का हवाला देते हुए कहा था कि वह "चुराए गए जनादेश" के वापस आने के बाद किसी भी संभावित बातचीत के लिए तैयार हैं. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सत्तारूढ़ गठबंधन ने इमरान खान की पार्टी को सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने और सरकार के साथ "सार्थक" वार्ता में शामिल होने के लिए बुलाया है.
जब इमरान से पूछा गया कि क्या वो मौजूदा सरकार को मान्यता देते हैं, तो उन्होंने कहा कि इसमें 'वैधता की कमी है' और PML-N ने 'संसद में मुश्किल से कोई सीट जीती है.'
बता दें कि क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान पिछले साल अगस्त से जेल में हैं. अप्रैल 2022 में पद से हटाए जाने के बाद उन पर करीब 200 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से कुछ ही मामलों में उन्हें दोषी पाया गया.