रायपुर.
छत्तीसगढ़ के वन मंत्री केदार कश्यप ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा है। मंत्री कश्यप ने आरोप लगते हुए कहा कि पिछले भूपेश सरकार में मछली पालन के नाम पर एक नए घोटाला सामने आया है। उनका आरोप है कि आदिवासियों को स्वरोजगार से जोड़ने वाले नक्सल बजट से मत्स्य विभाग में बड़ा खेल पिछली भूपेश सरकार ने करके मछली पालन के केज बनाने में घोटाला किया है। सब्सिडी किसान की जगह फर्म को दी है।
वन मंत्री कश्यप ने आरोप लगते हुए कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लिए आए बजट को मछली पालन के केज बनाने की सब्सिडी में खर्च कर दिया गया। भ्रष्टाचारियों ने यह कारनामा उस फंड में कर दिया है, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्र में विकास और रोजगार के लिए भेजा गया था। उनका आरोप है कि कांग्रेस शासनकाल में किसानों के उत्थान के नाम पर आई रकम से अफसर और कर्मचारियों ने अपना उत्थान किया है। उन्होंने आरोप लगाते कहा कि राजनांदगांव में पिंजड़े में मछली पालन (केज कल्चर) के नाम पर करीब 5 करोड़ का घोटाला सामने आया है। सरकार के रिकॉर्ड में दर्ज हितग्राहियों को पता ही नहीं है। न तो मछली का पता और न ही तालाब में लगे केज का। मंत्री कश्यप ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जन जाति समाज के लोगों का हक कांग्रेस ने मारा है। उन्होंने आरोप लगते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस कि भ्रष्टाचारी सरकार ने कोयला घोटाला, शराब घोटाला ,गोबर घोटाला ,डीएफ घोटाला, राशन घोटाला और ऐसे कई घोटाले करने के बाद मछली पालन के नाम पर भी घोटाला किया। कांग्रेस पार्टी ने यह ठान लिया था कि छत्तीसगढ़ के लोगों की पाई पाई को लूट लेंगे। भाजपा की सरकार में सभी लुटेरों का बराबर हिसाब होगा।