नईदिल्ली
नतीजों के बाद देश में एक बार फिर एनडीए सरकार (NDA) बनने जा रही है. पीएम मोदी 9 जून को शपथ ले सकते हैं. पहले जानकारी मिली थी कि पीएम मोदी 8 जून को शपथ लेंगे. बताया जा रहा है कि शुभ मुहूर्त के चलते तारीख बदली गई है, हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा अभी नहीं हुई है. उधर, सरकार बनाने की तैयारियां तेज हो गई हैं. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं बैठक हो रही है. गृहमंत्री अमित शाह, बीएल संतोष , सोनी, दत्ता जी, अरुण जी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर मौजूद हैं. आरएसएस के साथ बीजेपी के नेताओं की समन्वय बैठक चल रही है. वहीं सीएम योगी आज शाम 5 बजे दिल्ली पहुंचेंगे. नतीजों के बाद ये सीएम योगी का पहला दिल्ली दौरा है. कल बीजेपी संसदीय दल की दिल्ली में बैठक होगी. यूपी के दोनों डिप्टी सीएम भी आज पहुंचेंगे. दिल्ली, यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन महामंत्री दिल्ली में पहले से मौजूद हैं.
मंत्रालयों को लेकर खींचतान शुरू
उधर, एनडीए के सहयोगियों ने साफ कर दिया है कि उनका पूरा समर्थन प्रधानमंत्री की अगुवाई में बनने जा रही एनडीए सरकार के साथ है, लेकिन ट्विस्ट भी है इसमें कि अब मंत्रालयों को लेकर खींचतान शुरू हो चुकी है. कल एनडीए की बैठक के बाद ही बीजेपी के सहयोगी दलों ने मंत्रीपद के लिए अपनी डिमांड रखनी शुरू कर दी है. सूत्रों के मुताबिक-टीडीपी ने अपनी मांग बीजेपी के सामने रख दी है. सूत्रों के मुताबिक- टीडीपी लोकसभा अध्यक्ष पद चाहती है. इसके साथ ही कई मलाईदार पद चाहती है. ग्रामीण विकास, शहरी विकास मंत्रालय पर भी नजर रखी जा रही है. शिक्षा स्वास्थ्य और सिंचाई विभाग की भी मांग की जा रही है. वित्त मंत्रालय में राज्यमंत्री के पद की भा चाह है. इसके साथ ही राज्य के लिए स्पेशल स्टेटस भी मांग रहे हैं.
बिहार में भी नई सरकार में अपनी भागीदारी को लेकर ये है मांग
बिहार में बेहतर प्रदर्शन के बाद जेडीयू की तरफ से भी नई सरकार में अपनी भागीदारी को लेकर मांग रखी जा रही है. सूत्रों के मुताबिक – जेडीयू की भी लोकसभा अध्यक्ष पद पर नजर है. जेडीयू की 2 कैबिनेट 1 राज्यमंत्री पद की मांग है. उनकी रेल,कृषि और वित्तमंत्रालय पर नजर है. रेल मंत्रालय प्राथमिकता है. इसके अलावा सरकार चलाने के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम होना चाहिए. बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा भी जेडीयू की प्राथमिकता है. नीतीश की अगुवाई में बिहार में अगला विधानसभा चुनाव होना चाहिए.
तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेते ही नरेंद्र मोदी के नाम एक नया रिकॉर्ड भी जुड़ जाएगा. वे देश के दूसरे ऐसे नेता बन जाएंगे, जो लगातार तीसरी बार चुनाव जीते और देश के पीएम बने. इससे पहले यह रिकॉर्ड जवाहर लाल नेहरू के नाम पर है. मोदी उनके रिकॉर्ड की बराबरी करेंगे.
इससे पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने नई सरकार के गठन को लेकर विचार-विमर्श किया. साथी दलों को एडजस्ट पर मंथन किया जा रहा है. संभव है कि एनडीए सांसद शुक्रवार को बैठक करेंगे और औपचारिक रूप से नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुनेंगे. उसके बाद नई सरकार के शपथ ग्रहण की रूपरेखा बता दी जाएगी.
इस बार 5 दिन बाद शपथ ग्रहण समारोह
बता दें कि 2019 के नतीजों के 7 दिन बाद पीएम पद का शपथ ग्रहण समारोह समारोह आयोजित हुआ था. 2014 में जब एनडीए सरकार बनी थी तब 10 दिन बाद मोदी ने पीएम पद की शपथ ग्रहण की थी. इस बार नतीजे आने के बाद 5 दिन बाद यानी 9 जून को शपथ ग्रहण की तैयारी होने की खबर है.
सहयोगी दल भी कर रहे हैं मंथन
बुधवार को मोदी ने सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक में मोदी को सर्वसम्मति से अपना नेता चुना गया. भाजपा की सहयोगी जनता दल (यूनाइटेड) के नेताओं ने भी पार्टी अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ विचार-विमर्श किया है. हालांकि क्षेत्रीय पार्टी ने इस मुद्दे पर आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा है. सूत्रों ने कहा कि वो बिहार में अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने के लिए कुछ प्रमुख मंत्री पद हासिल करना चाहते हैं. इस चुनाव में जेडीयू ने अच्छा प्रदर्शन किया है. पिछले कुछ वर्षों में राजद राजनीतिक रूप से मजबूत होते देखी जा रही है.
एनडीए में बीजेपी के बाद दूसरे नंबर पर चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी ने 16 सीटें और तीसरे नंबर पर जद (यू) ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की है. भाजपा के नेतृत्व वाली नई सरकार का भविष्य इन दोनों ही पार्टियों पर निर्भर करेगा.