नई दिल्ली
जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जिस दिन इस देश में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे थे। कई राष्ट्रों के अध्यक्ष आए हुए थे, उसी दिन रियासी में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 9 तीर्थयात्री मारे गए थे। उसमें कुछ बच्चे भी थे। वो नजारा देखकर हम सभी का दहल गया। उसके बाद से लगातार जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले हो रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि क्या यह आपका नया कश्मीर है? इस नए कश्मीर में रोज आतंकी हमले हो रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुंह से एक शब्द तक नहीं निकल रहा है। वो प्रधानमंत्री जो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को बधाई देने पर तुरंत धन्यवाद देते हैं, लेकिन आतंंकी हमले पर एक शब्द तक नहीं बोलते हैं। देश के बड़े विपक्षी दलों के नेताओं ने शोक प्रकट की, उन्होंने इस हमले की निंदा भी की, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुंह से एक शब्द तक नहीं निकला। लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हुआ? आखिर क्यों प्रधानमंत्री इस विषय पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दावों को खोखला बताते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रहे आतंकी हमलों से आपके दावों की पोल खुल रही है।
खेड़ा ने कहा कि पिछले 10 साल में 2 हजार 262 आतंकी हमले हुए हैं, जिसमें हमारे 596 वीर जवान शहीद हो गए। इसका जवाब कौन देगा? किसकी जिम्मेदारी है ये? पीर पंजाल और पूंछ आतंकवादियों का गढ़ बन गया है और रियासी में भी आतंकी हमले होने लगे हैं, जबकि इसे हमेशा से ही शांत इलाका माना जाता था। अब इस पर जवाब कौन देगा? प्रधानंमत्री जी अगर आपने पटाखे छोड़ना और लड्डू बांटना बंद कर दिया हो, तो मेहरबानी करके इस पर भी बोलना शुरू कीजिए, क्योंकि देश आपको सुनना चाहता है कि आपका इन आतंकवादी हमलों पर क्या रूख है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि आप मणिपुर पर चुप रहे। अब क्या आप इस पर भी चुप रहेंगे। अगर आप चुप रहेंगे तो मैं आप से कह देना चाहता हूं कि देश आपको बर्दाश्त नहीं कर सकेगा। इसके अलावा, आपको इस पर भी जवाब देना चाहिए कि जम्मू–कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी, जो अपने आपको विश्व की सबसे बड़ी पार्टी मानती है, वो इस बार वहां चुनाव नहीं लड़ी है। यह गंभीर सवाल है और प्रधानमंत्री जी आपको इसका जवाब देना होगा।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर का रियासी इलाका आतंकी गतिविधियों का कभी भी केंद्र नहीं रहा है, लेकिन, बीते दिनों आतंकवादियों ने यहां से गुजर रही तीर्थयात्रियों की बस पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी, जिसमें 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। इसके बाद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने समीक्षा बैठक की। उन्होंने बैठक में इस हमले में संलिप्त आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया।