नई दिल्ली
टी20 वर्ल्ड कप में कनाडा के खिलाफ मैच से पहले भारतीय टीम काफी टेंशन में है। इसकी सबसे बड़ी वजह है विराट कोहली का खामोश बल्ला। विश्वकप के तीन मैचों में कोहली का बल्ला बिल्कुल खामोश रहा है। टीम इंडिया को उम्मीद है कि कनाडा के खिलाफ उसके अंतिम ग्रुप मैच में बारिश का खलल न पड़े। अगर ऐसा हुआ तो सुपर एट से पहले विराट को फॉर्म में वापसी का मौका नहीं मिल सकेगा। भारतीय टीम न्यूयॉर्क से 1850 किमी की यात्रा करके फ्लोरिडा पहुंची है और उम्मीद है कि शहर बदलने के साथ कोहली को भाग्य भी बदलेगा। गौरतलब है कि तीन मैच में तीन जीत के साथ भारत पहले ही सुपर आठ चरण में जगह बना चुका है जिसके सभी मुकाबले वेस्टइंडीज में होंगे।
वर्ल्ड कप जीतने का लास्ट चांस
आईपीएल में रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरू की ओर से 150 से अधिक के स्ट्राइक रेट से 700 से अधिक रन बनाने के बाद कोहली टी20 विश्व कप में आए थे। लेकिन वह शुरुआती मुकाबलों में अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। वह अब अब तीन मैच में 1.66 के औसत से पांच ही रन बना पाए हैं जिसमें अमेरिका के खिलाफ ‘गोल्डन डक’ (पहली गेंद पर खाता खोले बिना आउट होना) भी शामिल है। उम्मीद है कि वह एक बार फिर आईसीसी प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करेंगे जो 13 साल बाद भारत के लिए एक और आईसीसी खिताब जीतने का उनका संभवत: आखिरी मौका है।
यह है राहत की बात
ब्रोवार्ड काउंटी स्टेडियम की पिच से गेंदबाजों को शायद न्यूयॉर्क जितनी मदद नहीं मिले, जहां की पिच पर असमान उछाल था और धीमा आउटफील्ड के कारण क्रिकेट से अधिक मैदान और पिच की चर्चा हो रही थी। कोहली के ऊपर से हालांकि इस बात से दबाव कुछ कम होगा कि उनके खराब प्रदर्शन का असर टीम के प्रदर्शन पर नहीं पड़ा है। कप्तान रोहित शर्मा के साथ पारी का आगाज कर रहे कोहली के जल्दी आउट होने से हालांकि टीम को अच्छी शुरुआत नहीं मिल रही और बाद में आने वाले बल्लेबाजों पर दबाव बन रहा है। ऋषभ पंत और सूर्यकुमार यादव जैसे बल्लेबाज हालांकि कोहली के खराब प्रदर्शन की भरपाई करने में काफी हद तक सफल रहे हैं। पंत ने आयरलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ क्रमश: 36 और 42 रन की पारियां खेलकर इन दोनों मैच में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई।
भारतीय बल्लेबाजों को भले ही न्यूयॉर्क की ‘ड्रॉप इन पिचों’ (दूसरी जगह तैयार करके लाई गई पिचें) पर जूझना पड़ा हो लेकिन इन विकेटों पर उसके गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। जसप्रीत बुमराह (पांच विकेट), हार्दिक पंड्या (सात विकेट) और अर्शदीप सिंह (सात विकेट) की तिकड़ी ने विरोधी बल्लेबाजों को लगातार परेशान किया। पंड्या और अर्शदीप का प्रदर्शन टीम प्रबंधन के लिए राहत भरा है क्योंकि ये दोनों आईपीएल में नाकाम रहे थे। टीम को हालांकि मोहम्मद सिराज (एक विकेट) और रविंद्र जडेजा (एक भी विकेट नहीं) से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी। भारतीय टीम कनाडा के खिलाफ कुलदीप यादव या युजवेंद्र चहल या फिर दोनों को मौका देने के बारे में सोच सकती है। ऐसी स्थिति में भारत को जडेजा और अक्षर पटेल को ब्रेक देना पड़ सकता है। अक्षर ने गेंद और बल्ले दोनों से अच्छा प्रदर्शन किया है।