रूस
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने करीब ढाई साल से चल रहे युक्रेन युद्ध को तत्काल प्रभाव से रोकने और युद्ध विराम का ऐलान करने का वादा किया है। हालांकि, उन्होंने इसके लिए यूक्रेन के सामने दो शर्तें रखी हैं। शुक्रवार को पुतिन ने कहा कि अगर कीव चार कब्जे वाले यूक्रेनी क्षेत्रों से अपने सैनिकों को वापस बुला ले और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) में शामिल होने की योजना छोड़ दे तो हम यूक्रेन में तत्काल ‘युद्ध विराम’ का वादा करते हैं और यूक्रेन संग वार्ता शुरू कर देंगे। समाचार एजेंसी एसोसिएट प्रेस (AP) ने यह खबर दी है।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने मॉस्को में विदेश मंत्रालय की एक बैठक को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। उनका यह बयान तब आया है, जब इटली में G-7 की अहम बैठक हो रही है। 71 वर्षीय पुतिन स्विट्जरलैंड में आयोजित उस शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर बोल रहे थे, जहां 90 से अधिक देश और संगठन यूक्रेन में शांति की दिशा में संभावित मार्ग पर चर्चा करने वाले हैं।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मेदी ने शुक्रवार को इटली के अपुलिया क्षेत्र में जी7 शिखर सम्मेलन से इतर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बातचीत की है। ऐसा समझा जाता है कि जेलेंस्की ने मोदी को रूस-यूक्रेन संघर्ष के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी। मोदी ने पिछले साल मई में भी हिरोशिमा में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन से इतर जेलेंस्की से मुलाकात की थी। भारत यह कहता रहा है कि यूक्रेन में जारी संघर्ष को बातचीत और कूटनीति के जरिये सुलझाया जाना चाहिए।
दुनिया के सात प्रमुख औद्योगिक देशों के समूह (जी7) ने शुक्रवार को दक्षिणी इतालवी क्षेत्र अपुलिया में तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन प्रवासन के साथ ही हिंद-प्रशांत और आर्थिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर चर्चा की। सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कृत्रिम मेधा (एआई), ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्यसागरीय क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने वाले एक सत्र को संबोधित करेंगे।
तीसरे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर मोदी इटली पहुंचे जहां भारतीय राजदूत वाणी राव ने उनका स्वागत किया। वह जी7 की पारंपरिक "फोटो" से पहले विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।