मुंबई
टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Trai) की ओर से साफ कर दिया गया है कि उसका मोबाइल यूजर्स से एक या उससे ज्यादा सिम के लिए चार्ज वसूलने का कोई प्लान नहीं है। ट्राई ने कहा कि सिम कार्ड एक सीमित सरकारी संपत्ति है, जिसका सही से इस्तेमाल होना चाहिए। इसके लिए ट्राई की ओर से टेलिकॉम सेक्टर के नए नियमों को ध्यान में रखते हुए मोबाइल नंबर सिस्टम का रिव्यू किया जा रहा है। लेकिन ट्राई ने साफ कहा कि उसकी ओर से मोबाइल नंबर के लिए चार्ज नहीं लिया जाएगा।
नई नंबर सीरीज का प्रस्ताव
ट्राई ने माना कि आज के वक्त में मोबाइल नंबर की कमी जरूर है। साल 2024 तक भारत में 1.19 अरब से ज्यादा टेलिकॉम कनेक्शन हो चुके हैं। साथ ही लगातार मोबाइल नंबर की मांग बढ़ रही है। यही वजह है कि ट्राई की ओर से नई नंबरिंग सीरीज का प्रस्ताव दिया गया है, जिससे मोबाइल नंबरिंग सिस्टम को दुरुस्त किया जा सके।
इतने सारे सिम कार्ड हैं इनएक्टिव
ट्राई की ओर से अनयूज्ड सिम को इस्तेमाल में लाने की योजना पर भी काम चल रहा है। उदारण के लिए अगर आपने दो या उससे ज्यादा सिम इश्यू कराया है और उस सिम का लंबे वक्त से इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, तो ऐसे सिम को ब्लैकलिस्ट करने की तैयारी है, जिससे उस सिम नंबर को दूसरे को अलॉट किया जा सके। ट्राई के आंकड़ों के मुताबिक भारत में इनएक्टिव सिम की संख्या काफी ज्यादा है। मौजूदा वक्त में 219.14 मिलियन से ज्यादा मोबाइल नंबर इनएक्टिव मोड में है, जो सरकार पर मोबाइन नंबर सिस्टम की कमी का दबाव बढ़ा रहे हैं। यह कुल मोबाइल नंबर का करीब 19 फीसद है।
ट्राई ने इस बारे में सोशल मीडिया साइट X पर भी लिखा है कि ट्राई द्वारा कई सिम रखने पर ग्राहकों को चार्ज किए जाने की अटकलें पूरी तरह से गलत हैं और लोगों को गुमराह करने वाली हैं. ट्राई की ओर से ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है. यानी अगर आपके पास एक फोन में एक से ज्यादा सिम हैं तो आपको बिल्कुल परेशान होने की जरूरत नहीं है. ट्राई ने इस तरह की सभी रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है. आपको भविष्य में कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा.