भोपाल
मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में पिछले दो साल से सोने की खोज की जा रही है। सिंगरौली के अलावा प्रदेश के सिवनी, बैतूल, जबलपुर, कटनी, बालाघाट, शहडोल, छिंदवाड़ा और उमरिया जिलों में भी सोने की तलाश की जा रही है। हालांकि मध्य प्रदेश की धरती से हीरा निकाला जाता रहा है लेकिन अब यहां की धरती सोना उगलने को तैयार है।
सिंगरौली में गुरहर पर्वत पर अब सोने की खोज की जाएगी। इसके लिए हरियाणा के गुरुग्राम की मेसर्स कुंदन गोल्ड माइंस प्रलि. को सोने की खोज का काम दिया गया है। यह कंपनी सिंगरौली जिले चितरंगी के ग्राम मेडवा में गुरहर पहाड़ी पर खनिपट्ट ब्लाक पर 149.30 हेक्टेयर में सोने की खोज करेगी। खनिज विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सिंगरौली के गुरहर पर्वत पर मिली सोने की खदान में खुदाई करने पर एक टन पत्थर से 1.03 ग्राम सोना मिलेगा।
मध्य प्रदेश में 2002 से सोने की खोज चल रही है
बता दें कि मध्य प्रदेश में 2002 से सोने की खोज चल रही है। सोने की संभावनाओं का सर्वेक्षण करते हुए भारतीय भूविज्ञानिक सर्वेक्षण ने सिंगरौली में सोने की खदानों की पुष्टि की थी। इसके बाद यहां खनन की स्वीकृति दी गई है। सिंगरौली के अलावा प्रदेश के सिवनी, बैतूल, जबलपुर, कटनी, बालाघाट, शहडोल, छिंदवाड़ा और उमरिया जिलों में भी सोने की तलाश की जा रही है।
एक टन पत्थर से 1.03 ग्राम निकलेगा सोना
सिंगरौली के बुरहर पहाड़ पर मिली सोनी की खदान में उत्खनन करने पर एक टन पत्थर से 1.03 ग्राम सोना निकाला जाएगा। ये खदान कुल 149.30 हेक्टेयर में फेली है। पथरीली भूमि वाले इस क्षेत्र में पिछले दो साल से सोने की खोज की जा रही थी। इसमें भारत सरकार के भू-विज्ञानियों की मदद ली गई।
चूना पत्थर की पांच, मैगनीज की तीन खदानों की होगी नीलामी
मध्य प्रदेश मप्र के सतना जिले के पहरी, भटिया और रेवरा की चूना पत्थर खदान, रीवा की चोरगड़ी पुरैना और दमोह के सूखा सत्पारा की चूना पत्थर खदान नीलाम की जाएगी। इसी तरह खरगोन के नंदिया लोहारपुरा, बालाघाट के बुड़बुदा और सिवनी के धोबीटोला की मैगनीज खदान नीलामी के लिए निविदा निकाली गई है।