बिलासपुर
बस्तर की एक मात्र किरंदुल- कोत्तवलसा रेलमार्ग पर जगदलपुर से किरंदुल तक चलने वाली सभी ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया गया है. यात्रियों को आगामी 7 दिनों तक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. वाल्टेयर डिवीजन में दंतेवाड़ा-कामालूर के बीच दोहरीकरण के लिए प्री-नॉन-इंटरलॉकिंग और नॉन-इंटर लॉकिंग कार्य किया जाना है. जानकारी के मुताबिक 21 जून से 25 जून तक विशाखापट्टनम से चलने वाली विशाखापट्टनम-किरंदुल एक्सप्रेस दंतेवाड़ा में शॉर्ट टर्मिनेट की जाएगी.
वापसी में किरंदुल-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस 22 जून से 26 जून तक किरंदुल के बजाय दंतेवाड़ा से चलेगी. दूसरी तरफ 26 जून को विशाखापट्टनम से चलने वाली विशाखापट्टनम -किरंदुल एक्सप्रेस जगदलपुर में शॉर्ट टर्मिनेट की जाएगी. वापसी में किरंदुल-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस 27 जून को किरंदुल के बजाय जगदलपुर से चलाई जाएगी.
10 सालों से अटका था दोहरीकरण का काम
बता दें कि लंबे समय से केके रेलमार्ग में दोहरीकरण की मांग की जा रही थी. डबल रेल लाइन की योजना का काम पिछले 10 सालों से फॉरेस्ट क्लीयरेंस नहीं मिल पाने के कारण अधूरा था. हाल ही में रेल मंत्रालय की मंजूरी के बाद दंतेवाड़ा से किरंदुल के बीच दोबारा दोहरीकरण का काम शुरू कर दिया गया है. इस वजह से आगामी 7 दिनों तक किरंदुल- कोत्तवलसा रेलमार्ग में दंतेवाड़ा से किरंदुल ट्रेनें नहीं चलेंगी.
एक सप्ताह तक इस मार्ग पर नहीं चलेगी ट्रेन
वाल्टेयर रेल मंडल के अधिकारियों ने बताया कि किरंदुल से विशाखापट्टनम तक चलने वाली पैसेंजर ट्रेन को दंतेवाड़ा से चलाया जायेगा. हालांकि किरंदुल विशाखापट्टनम नाइट एक्सप्रेस के परिचालन में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है. 21 जून से 27 जून तक केके रेलमार्ग में चलने वाली ट्रेनों के रद्द होने से यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ सकती है. अधिकारियों का कहना है कि रेलमार्ग में दोहरीकरण का काम पूरा हो जाने से जगदलपुर को और ट्रेनों की सौगात मिल सकती है.