नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता विक्रम वर्मा ने मंगलवार को यहां कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने वर्ष 1975 में निजी स्वार्थ के लिए देश पर आपातकाल 'थोपा' था और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को अपनी दादी के इस कृत्य के लिए सार्वजनिक रूप से खेद जताना चाहिए। वर्मा ने संवाददाताओं से कहा, "तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपने मंत्रिमंडल की सहमति के बगैर निजी स्वार्थ के लिए देश पर आपातकाल थोपा था और लोकतंत्र की हत्या कर दी थी।आपातकाल के दौरान सारे नागरिक अधिकार निलंबित कर दिए गए थे।"
पूर्व केंद्रीय मंत्री वर्मा ने कहा कि यह बात "आश्चर्यजनक और हास्यास्पद" है कि इंदिरा गांधी के पोते राहुल गांधी इन दिनों संविधान की प्रति के साथ संसद में दिखाए देते हैं। उन्होंने कहा, "सबसे पहले तो राहुल को खेद प्रकट करना चाहिए कि उनकी दादी ने देश पर आपातकाल लगाकर गलत काम किया था।" वर्मा ने राहुल को "अपरिपक्व" बताते हुए दावा किया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को संविधान के अनुच्छेदों के बारे में कोई ज्ञान नहीं है। देश में जातिगत जनगणना को लेकर राहुल की पुरानी मांग पर उन्होंने कहा, "यह जरूरी नहीं है कि जातिगत जनगणना कराई जाए। अलग-अलग जातियों की आर्थिक स्थिति पता लगाने के लिए आंतरिक सर्वेक्षण कराए जा सकते हैं।"