उत्तर प्रदेश
स्वास्थ्य सेवाओं को गांव-देहात तक पहुंचाने के लिए बरेली समेत 40 जिलों में 5000 स्वास्थ्य उपकेंद्र स्थापित किए जाएंगे। शासन ने इसके लिए इन जिलों के जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र भेजा है। उनसे स्वास्थ्य उपकेंद्र के लिए प्रस्ताव मांगा है। जगह तय होने के बाद जल्द ही स्वास्थ्य उपकेंद्र स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
चुनाव आचार संहिता हटने के बाद अब नए कार्य तेजी से शुरू करने की कवायद हो रही है। इसी क्रम में शासन ने बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर समेत प्रदेश के 40 जिलों में नए स्वास्थ्य उपकेंद्र बनाने की प्रक्रिया तेज कर दी है। शासन की तरफ से इन सभी जिलों के जिलाधिकारी और सीएमओ को पत्र भेजा गया है। उनसे स्वास्थ्य उपकेंद्र के लिए जगह तय करने को कहा गया है। स्वास्थ्य उप केंद्र के लिए जगह का निर्धारण वहां की जनसंख्या के अनुसार किया जाएगा। जिस इलाके में जनसंख्या बढ़ी है, वहां जरूर को देखते हुए स्वास्थ्य उपकेंद्र खोलने का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। यह प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।
40 जिलों में 5000 स्वास्थ्य उपकेंद्र बनाए जाएंगे। यहां स्वास्थ्यकर्मियों की तैनाती होगी। स्वास्थ्य उपकेंद्र खुलने के बाद आसपास के इलाके के लोगों को चिकित्सा सेवा मिलने में सहूलियत होगी। सीएमओ डॉक्टर विश्राम सिंह ने बताया कि जल्द ही ऐसे इलाके में स्वास्थ्य उपकेंद्र खोलने के लिए प्रस्ताव बनाया जाएगा जहां जनसंख्या अधिक है और नए हेल्थ सबसेंटर की जरूरत है।
इन जिलों में बनेंगे स्वास्थ्य उपकेंद्र
बरेली के साथ ही पीलीभीत, शाहजहांपुर, आगरा, फिरोजाबाद, प्रतापगढ़, फतेहपुर, प्रयागराज, ललितपुर, चित्रकूट, बाराबंकी, गोण्डा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बलिया, मऊ, गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, सिद्वार्थनगर बस्ती, सन्तकबीरनगर, कानपुर देहात, इटावा, औरैया, रायबरेली, सीतापुर, उन्नाव, हरदोई, गाजियाबाद, बुलन्दशहर, बिजनौर, मुरादाबाद, अमरोहा, रामपुर, सोनुरुद्र, भदोही, वाराणासी, चन्दौली एवं गाजीपुर में स्वास्थ्य उपकेंद्र बनेंगे।