इंदौर
शहर में 30 लोगों ने धर्मांतरण कर घर वापसी की। आयोजन स्थानीय खजराना गणेश मंदिर में हुआ। इसके लिए विधि-विधान से खजराना गणेश मंदिर में पूजन -पाठ और हवन किया गया।
धर्मांतरण के बाद 58 वर्षीय जमीन बी जमना बाई, 34 वर्षीय नीलोफर शेख निकिता, 34 वर्षीय अक्षा शेख आकांक्षा और रज्जाक अब रोहित के नाम से पहचाना जाएगा।
जानकारी के अनुसार कानूनन धर्मांतरण के लिए इन लोगों ने इंदौर कलेक्टोरेट में आवेदन भी दिया था। इसके बाद यह आयोजन किया गया।
विश्व हिंदू परिषद मालवा प्रांत के प्रमुख संतोष शर्मा ने कहा कि धर्मांतरण कर रहे सभी लोगों की घर वापसी हो रही है। मुस्लिम धर्म छोड़ इन्होंने हिंदू धर्म अपनाया है।
इसमें से रोहित पहले हिंदू ही था। उसने कुछ समय पहले मुस्लिम धर्म अपनाया था। अब फिर से वह हिंदू धर्म अपना रहा है।
इससे पहले 27 अप्रैल को भी खजराना गणेश मंदिर में 9 लोगों की घर वापसी हुई थी। इनकी घर वापसी गोमूत्र और गंगाजल ग्रहण कर शुद्धि करण कर करवाई गई थी।
इनका शुद्धिकरण और हवन करवाकर खजराना गणेश मंदिर में पूजन कराया गया था। धर्मांतरण करने वालों में 3 लोग इंदौर और 6 लोग मंदसौर के थे। बाद में इन लोगों को कट्टरपंथियों के विरोध का समाना भी करना पड़ा।
कलेक्ट्रेट में जमा किया शपथ पत्र
मुस्लिम से हिंदू बने सभी लोगों ने कलेक्ट्रेट में आवेदन के साथ शपथ पत्र भी दिया है। खास बात यह कि इनमें से रोहित पहले हिन्दू ही था। उसने कुछ समय पहले मुस्लिम धर्म अपनाया था। अब फिर से हिन्दू धर्म अपनाया है। खजराना गणेश मंदिर में धर्मांतरण करने वालों ने विधि-विधान से पूजा अर्चना की। यहां बड़ी संख्या में महिलाएं और युवतियां भी शामिल हुई हैं।
इनके बदले गए नाम
राबिया बी अब रंजना, अल्फिया अब आशु, रजिया अब रानी, शमीम शाह अब शानू, राबिया बी अब लाली, सलमा बी अब सरिता, रफीक मोहम्मद अब राहुल, जमीन बी (58) अब जमना बाई, रज्जाक अब रोहित, अंजुम शाह अब आरती, नीलोफर शेख (34) अब निकिता, अक्षा शेख (34) अब आकांक्षा, अबरार अब अभिषेक, मुबारिक अब मनीष, रहमान अब हीरालाल, रईस अब राजू, रईस खान अब अर्पित, सुरया बी अब पूजा, मेहरु बी अब ममता, कालू खां अब करुलाल, रुकैया अब रुक्मणि, जरीना बी अब जानवी और जाकिर अब राहुल के नाम से जाने जाएंगे।