खरगोन
मध्यप्रदेश में खरगोन जिले के सनावद ब्लॉक में किसानों के साथ डॉलर चना की खरीदी के बाद, फर्जीवाड़ा कर फरार हुए व्यापारी से अपनी रकम वापस दिलाने को लेकर एक बार फिर से गुरुवार को किसानों ने आंदोलन किया। कृषि उपज मंडी में बैठक करने के बाद किसानों ने आक्रोश रैली निकाली और जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। जहां प्रदर्शन कर किसानों ने अपनी राशि दिलाए जाने की जिला प्रशासन से मांग की। हालांकि, इस बारे में जिला कलेक्टर के अनुसार पहले ही व्यापारी पर एफआईआर करवा दी गई है और उसकी संपत्ति भी जब्त कर ली गई है। इसकी कुर्की की कार्रवाई जारी है, जिससे मिली रकम के बाद किसानों की भरपाई की जा सकेगी।
खरगोन के सनावद कृषि उपज मंडी में एक बार फिर से किसानों के साथ एक व्यापारी ने धोखाधड़ी की है। करीब 200 से ज्यादा किसानों का लगभग चार करोड़ 70 लाख रुपये का चना व्यापारी ने खरीदा और फरार हो गया। किसान पिछले डेढ़ महीने से मंडी और थाने के चक्कर लगा रहे हैं। गत दिनों एसडीएम और विधायक से मिले आश्वासन के बाद भी उनकी राशि नहीं मिलने से नाराज किसान गुरुवार को जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां कृषि उपज मंडी में बैठक के बाद किसानों ने आक्रोश रैली निकाली और वे रैली लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां किसानों ने प्रदर्शन कर राशि दिलाए जाने की मांग की।
वहीं, प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना था कि यहां के व्यापारी किसानों की उपज की राशि दिए बगैर भाग रहे हैं। किसान चेतन शिवनारायण, रामसिंग गजराजसिंह, हरिकरण बाबूलाल ने बताया कि 200 से ज्यादा किसानों से व्यापारी अनिल माली ने उपज खरीदी और फरार हो गया। किसान पंद्रह दिन से इंतजार कर रहे हैं। व्यापारी राशि लेकर फरार हो गया है।
किसानों का कहना है कि हम लूट गए हैं। यदि उपज की राशि नहीं मिली तो कर्जा कैसे चुकाएंगे। किसानों ने कहा कि मंडी सचिव व्यापारी की राशि और अन्य संपत्ति कुर्क करवाएं। हालांकि, इस मामले में मंडी सचिव ने थाने में शिकायत की है। उसके बाद व्यापारी को गिरफ्तार कर संपत्ति कुर्की कर राशि दिलाने की कार्रवाई की मांग की गई है।
जिला प्रशासन ने ही व्यापारी पर दर्ज करवाई एफआईआर
वहीं, इस पूरे मामले को लेकर जिला कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बताया कि इस मामले में जिला प्रशासन बहुत ही संवेदनशील है और हम लोगों ने इसको लेकर प्रोएक्टिवली होकर काम किया है और जैसे ही यह मामला हमारे संज्ञान में आया था, हमने तुरंत ही जो-जो भी किसान इससे प्रभावित थे, उनकी लिस्ट बनाई है। जो करीब 200 किसान हुए थे और उनकी जितनी राशि है उसका भी हिसाब लगाया था। जो करीब सवा चार करोड़ रुपये की राशि निकली है। इसके साथ ही हमने संज्ञान लेकर जो व्यापारी था, उसके विरुद्ध एफआईआर करवाई है और पुलिस ने और हमने मिलकर उस व्यापारी को पकड़ते हुए उसे जेल में बंद करवाया है, जो कि आज की तारीख में भी जेल में है।
व्यापारी की जमीनों की करवा रहे हैं कुर्की
वहीं, जिला कलेक्टर शर्मा ने बताया कि व्यापारी के सभी खाते सीज कर दिए गए थे और जिले के कई क्षेत्रों में उस व्यापारी की जमीन मिली हैं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। इससे उन जमीनों की कुर्की की जा सकेगी और उससे मिलने वाली राशि से किसानों की भरपाई की जाएगी। उसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है, जिससे किसानों को जल्द ही राशि दी जा सकेगी।
इसके साथ ही उस व्यापारी के भाई को भी इसमें सह आरोपी बनाया गया है और उसे भी जेल भिजवाया गया है। साथ ही उसकी जमानत भी निरस्त करवाई गई है, जिससे उन पर पूरी तरह से दबाव बना रहे और शासन किसानों की सहायता के लिए प्रतिबद्ध है और जल्द ही कुर्की की राशि से किसानों की एक-एक राशि की भरपाई की जा सकेगी।