जयपुर. 78 दिन से बंद परकोटे के पांच बाजार पुरोहितजी का कटला, दड़ा मार्केट, घी वालों का रास्ता, धूला हाउस और लाल जी सांड का रास्ता भी मंगलवार से खुल जाएगा। इसके बावजूद चाय, चाट और सैलून जैसी करीब 1,500 दुकानों को अभी खोलने की मंजूरी नहीं है।
उधर, बीमारी के डर और कमजोर कारोबार के कारण 20 फीसदी दुकानें मंजूरी के बावजूद नहीं खोली गई है। इससे परकोटे की करीब 25,000 दुकानों में से 80 फीसदी ही खुल रही है। बाजार में महिला ग्राहक कम है। किराना, अनाज, प्लास्टिक व बर्तन जैसे आयटमों का ही कारोबार हो रहा है।
पांच बाजार खुलने से क्या फायदा
पुरोहित जी का कटला, दड़ा मार्केट, घी वालों का रास्ता, धूला हाउस और लालजी सांड का रास्ता समेत पांच बाजारों की करीब 3,000 दुकानों में से 50 फीसदी से ज्यादा साड़ी, लहंगा, कट पीस, गारमेंट और सांगानेरी प्रिंट समेत कपड़े की दुकानें है। अभी वेडिंग सीजन का आखिर दौर है। ऐसे में ग्राहकों जरूरत के हिसाब के गारमेंट और कपड़ा मिल सकेगा।
धूला हाउस के खुलने से ठप पड़ा सांगानेरी प्रिंट कपड़ा कारोबार बूस्ट मिलेगा। धूला हाउस की थोक दुकानों से सांगानेरी प्रिंट का कपड़ा देश-विदेश पहुंचता है। जयपुर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने कहा कि पांच बाजारों को खोलने से कपड़ा व्यापारियों को राहत मिलेगी।
व्यापार मंडलों की जिम्मेदारी
हर व्यापार मंडल को चौकीदार रखना होगा, जो सोशल डिस्टेंसिंग का पालना कराने के साथ सार्वजनिक स्थल लोगों को थूकने से रोकेगा। वाहन पार्किंग स्थल पर खड़े हो यह व्यापार मंडल सुनिश्चित करेगा। किसी भी दुकान के बाहर डिस्प्ले या आयटम नहीं होगा।
ऑड-ईवन में दुकान खोलने पर विचार
जयपुर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने कहा कि अभी बाजारों में ज्यादा ग्राहकी नहीं। तंग गलियों में भीड़-भाड़ बढ़ने पर व्यापारियों से चर्चा कर ऑड-ईवन नंबर से दुकानें खोलने पर विचार कर सकते हैं।
संकरी गलियों वाले बाजारों में एक दुकान में दो स्टॉफ और एक समय में एक ही ग्राहक होगा, थर्मल जांच के बाद ही ग्राहक को दुकान में प्रवेश की अनुमति, व्यापारी व ग्राहक के लिए मास्क जरूरी, व्यापारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी सार्वजनिक स्थल पर थूके नहीं, दुकान के बाहर डिस्प्ले या आयटम रखने पर रोक रहेगी, व्यापार संगठनों को चौकीदार की व्यवस्था करनी होगी, जो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराएगा, व्यापार मंडल सुनिश्चित करेंगे की वाहन पार्किंग स्थल में ही खड़े हो।
ऑनलाइन चेक-इन से ही होटलों में प्रवेश, क्यूआर कोड पर सब उपलब्ध
होटल्स और रेस्त्रां का पहला दिन साफ-सफाई और सैनेटाइजेशन में बीता। सभी होटल मैनेजमेंट ने भी चेक-इन प्रोसेस से लेकर सिटिंग अरेंजमेंट्स तक में पूरी तरह से बदलाव किया है ताकि विजिटर्स को इन्फेक्शन से बचाया जा सके। जेएलएन रोड स्थित डब्ल्यूटीपी में प्रवेश के दौरान ग्राहकों को एक विशेष सैनेटाइज केज से सैनेटाइज किया जा रहा है।
जेएलएन रोड स्थित होटल क्लार्क्स आमेर में ऑनलाइन ही चेक-इन किया जाएगा। पहले दिन एक भी चेक-इन नहीं हुआ। अभी 50 प्रतिशत स्टाफ को ही बुलाया जा रहा है। इसमें प्रोडक्शन, सेल्स और फ्रंट ऑफिस स्टाफ शामिल हैं। रेस्त्रां में बुफे और आला-कार्ट सर्व नहीं किया जा रहा है। रूम में ही लंच और डिनर सर्व किया जा रहा है। होटल दी ललित के प्रत्येक हिस्से में क्यूआर कोड लगाए हैं। स्कैन करके हाउस कीपिंग सर्विस से लेकर खाने तक का ऑर्डर होगा।