पूणे जिले में साल 2018 को हुई हिंसा की जांच कर रहे कोरेगांव भीमा जांच आयोग को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए राज्य सरकार ने 31 दिसंबर, 2020 तक अंतिम विस्तार दिया.
पुणे: महाराष्ट्र के पुणे जिले के कोरेगांव भीमा गांव के आसपास एक जनवरी, 2018 को हुई हिंसा की जांच कर रहे कोरेगांव भीमा जांच आयोग को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए राज्य सरकार ने मंगलवार को 31 दिसंबर, 2020 तक अंतिम विस्तार दिया.
यह इस आयोग को दिया गया सातवां विस्तार होगा.
गृह विभाग ने एक अधिसूचना में कहा, ‘‘आयोग को पिछला विस्तार 8 अप्रैल, 2020 तक दिया गया था. हालांकि, राज्य में लॉकडाउन के कारण आगे का विस्तार विचाराधीन था. गृह विभाग ने आयोग को अब 31 दिसंबर, 2020 तक सातवें और अंतिम विस्तार की अनुमति दी है और आयोग से अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है.’’
एनआईए ने मामले में एक महिला समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है
आपको बता दें, इससे पहले महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव एल्गार परिषद हिंसा मामले में एनआईए ने एक महिला समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. यह तीनों प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन सीपीआई माओवादी के फ्रंटल संगठन कबीर कला मंच के सदस्य बताए जाते हैं. इनके नाम सागर तात्या. राम गोरखे. रमेश मुरलीधर और महिला का नाम ज्योति राघोबा बताया गया है. यह तीनों ही महाराष्ट्र के पुणे इलाके के रहने वाले बताए गए हैं. यह तीनों ही इस मामले में नामजद भी बताए गए हैं.