Putin on US Elections 2020: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेट कैंडिडेट जो बिडेन दोनों ही फिलहाल रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की प्रतिक्रिया को लेकर संशय में नज़र आ रहे हैं. पुतिन ने ट्रंप और बिडेन दोनों को ही लेकर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी है इसलिए ये कहना अस्पष्ट है कि उनका दांव किस पर है.
मॉस्को. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने राष्ट्रपति पद के डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडेन (Joe Biden) की ‘रूस विरोधी बयानबाजी’ की बुधवार को आलोचना की, लेकिन साथ ही हथियार नियंत्रण संबंधी उनकी टिप्पणियों की सराहना भी की. अमेरिका में आगामी राष्ट्रपति चुनाव पर अपने पहले विस्तृत बयानों में पुतिन ने मास्को और वॉशिंगटन के बीच संबंध सुधारने में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की विफलता पर भी खेद जताया और कहा कि ‘रूस पर नियंत्रण करने और उसका विकास रोकने पर’ रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच सहमति है.
रूस के सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित पुतिन की इनटिप्पणियों के कई मायने हैं मसलन ट्रंप की तरफदारी करना, साथ ही बाइडेन कैंप से नजदीकियां बढ़ाने के प्रयास करना. उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते बहस के दौरान बाइडेन ने ट्रंप को ‘पुतिन का वफादार’ कहा था जो दरअसल एक तरह से रूस की तारीफ है और यह ‘वास्तव में हमारी प्रतिष्ठा को बढ़ाती है’ क्योंकि इस तरह वह हमारे अभूतपूर्व प्रभाव और ताकत के बारे में बात कर रहे हैं. अमेरिका में 2016 में हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में रूस हस्तक्षेप समेत कई मुद्दों को लेकर अमेरिका और रूस के संबंध रसातल में चले गए हैं.
रूस पर लगाए थे आरोप
पिछले महीने माइक्रोसॉफ्ट ने कहा था कि डेमोक्रेटिक पार्टी में सेंध लगाने वाले रूस के खुफिया सैन्य संगठन ने राजनीतिक दलों और परामर्शदाताओं समेत 200 से अधिक संगठनों की कंप्यूटर प्रणाली में घुसपैठ की वैसी ही कोशिशें की थीं. पुतिन ने अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप के आरोपों से इनकार किया है लेकिन अमेरिकी खुफिया अधिकारियों का मानना है कि रूस बाइडेन को बदनाम करने के लिए तरह तरह के उपाय आजमा रहा है और रूस से जुड़े लोग ट्रंप के पुन: चुने जाने के लिए जोर लगा रहे हैं.
अपने पूरे अभियान में बाइडेन रूस के आलोचक रहे हैं, उप राष्ट्रपति पद पर रहने के दौरान भी रूस के प्रति उनका रूख ऐसा ही था. पुतिन ने बाइडेन के ‘रूस विरोधी बयानों’ के बारे में कहा कि यह कुछ ऐसा है, ‘दुर्भाग्य से जिसकी हमें आदत पड़ चुकी है.’ नई स्टार्ट हथियार नियंत्रण संधि को आगे बढ़ाने की बाइडेन की घोषणा पर पुतिन ने उनकी सराहना भी की. इस संधि की अवधि फरवरी में समाप्त होने वाली है. इस समझौते (हथियार पर नियंत्रण) को विस्तार देने के विषय पर अमेरिका तथा रूस के बीच हुई वार्ता में कोई प्रगति नहीं देखी गई. रूस के राजनयिकों का कहना है कि ट्रंप प्रशासन द्वारा समझौते में विस्तार करने की संभावना बहुत ही कम है. पुतिन ने कहा था, ‘भविष्य में हमारे बीच संभावित सहयोग में यह एक बहुत ही गंभीर कारक है.’ उन्होंने यह भी कहा था कि रूस भविष्य के किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है.