थोक मूल्य सूचकांक बेस्ड मुद्रास्फीति (WPI) सितंबर में बढ़कर 1.32 प्रतिशत हो गई है। अगस्त में यह 0.16 प्रतिशत पर थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से बुधवार को यह जानकारी दी गई है।
अगस्त से पहले लगातार 4 महीनों तक थोक महंगाई शून्य से नीचे रही थी। अप्रैल में यह -1.57 फीसदी, मई में -3.37 फीसदी, जून में -1.81 फीसदी और जुलाई में -0.58 फीसदी रही थी
खुदरा मुद्रास्फीति दर
इससे पहले फल, सब्जी जैसे खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ने से खुदरा मुद्रास्फीति सितंबर महीने में 7.34 प्रतिशत हो गई थी। जबकि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित महंगाई दर अगस्त में 6.69 प्रतिशत थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने सोमवार को यह आंकड़े जारी किए थे। इसके अनुसार खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर सितंबर में 10.68 प्रतिशत रही, जो अगस्त में 9.05 प्रतिशत थी।