नई दिल्ली
कहीं उमस की मार है, तो कहीं भारी बौछार है। भारत में कई स्थानों पर ऐसा ही मौसम देखा जा रहा है। अब सोमवार को भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी IMD ने 5 दिनों तक उत्तर प्रदेश से लेकर तमिलनाडु और नगालैंड से लेकर गुजरात तक बारिश की संभावनाएं जताई हैं। हालांकि, मध्य प्रदेश के कुछ राज्य अब तक उमस का सामना कर रहे हैं और बारिश के इंतजार में हैं।
आज कैसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग ने बताया है कि अगले 5 दिनों के दौरान कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, केरल, माहे, लक्षद्वीप, कर्नाटक, गुजरात, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश, चानम, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, करईकल, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, बिहार, झारखंड में बारिश होने के आसार हैं।
इनके अलावा उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान में पांच दिनों के दौरान अच्छी बारिश हो सकती है।
भारी बारिश का सामना करेंगे ये राज्य
IMD ने जानकारी दी है कि 15, 17 और 18 जुलाई को ओडिशा, 15 जुलाई को बिहार, सिक्किम और उप हिमालयी पश्चिम बंगाल में भारी बारिश हो सकती है। इधर, उत्तर पश्चिम के उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान में 19 जुलाई तक और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 15 और 18 जुलाई को भारी बारिश की संभावनाएं हैं। 15 जुलाई को ही विदर्भ, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, यानम, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में भारी बारिश के आसार हैं।
पूरे हफ्ते दिल्ली में हो सकती है बारिश
देश की राजधानी दिल्ली में कई इलाकों में जोरदार बारिश हुई. झमाझम बारिश से उमस भरी गर्मी से राहत मिली है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार दिल्ली में इस पूरे हफ्ते बारिश की संभावना है. आईएमडी के मुताबिक, दिल्ली में इस पूरे सप्ताह हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रह सकता है. हालांकि इस दौरान दिन के समय उमस भरी गर्मी से लोगों को दो चार होना पड़ सकता है.
मुंबई में बारिश की आशंका
मुंबई और आसपास के इलाकों में अच्छी खासी बारिश हुई. महाराष्ट्र में मानसून की एंट्री देर से हुई थी लेकिन बीते कुछ दिनों से मुंबई समेत कई इलाकों में भारी बारिश देखने को मिली. मौसम विभाग ने सोमवार को भी कई इलाकों में जोरदार बारिश की आशंका जाहिर की है. विदर्भ, कोंकण, मराठवाड़ा में भी बारिश की संभावना है.
स्काईमेट वेदर की एक रिपोर्ट के मुताबिक समुद्र तल पर मानसून की अक्षय रेखा अमृतसर, चंडीगढ़, मेरठ, शाहजहांपुर, बाराबंकी, मुजफ्फरपुर, आसनसोल, कृष्णानगर और फिर पूर्व दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व की ओर से गुजर रहा है. इसके अलावा उत्तर-पूर्व असम और उसके आसपास के इलाकों में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन (cyclonic circulation) बना हुआ है. एक टर्फ लाइन पूर्वोत्तर असम से लेकर उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर फैली हुई है. दूसरी टर्फ लाइन दक्षिण गुजरात तट से उत्तरी केरल तट तक फैली हुई है. कई इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना बन रही है.
अगले 24 घंटों में कहां होगी बारिश
स्काईमेट वेदर के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान, कोंकण और गोवा, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक और केरल में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है. उत्तराखंड, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण गुजरात, विदर्भ, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है. इसके अलावा लक्षद्वीप, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मराठवाड़ा, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग का कहना है कि 15 जुलाई को कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र के घाट इलाकों, तटीय कर्नाटक और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे में अति भारी बारिश की संभावनाएं हैं।
इन राज्यों में झमाझम होगी बरसात मौसम विभाग का रेड अलर्ट जारी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कर्नाटक, केरल, कोंकण गोवा और मध्य महाराष्ट्र में 16 जुलाई तक अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। इन राज्यों में आने वाले दिनों में 20 सेंटीमीटर तक बारिश हो सकती है। इनके अलावा उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और लद्दाख में अलग-अलग स्थानों पर अगले पांच दिन झमाझम बरसात होगी।
गुजरात में भी बढ़ी परेशानी
मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। वही ठाणे जिले के भिवंडी में कामवारी नदी ऊफान पर है और नदी किनारे वाले इलाकों में घरों में पानी घुस गया है। गुजरात के भी कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। वलसाड में मूसलाधार बारिश के चलते मधुबन बांध का जलस्तर बढ़ गा है। राज्य के आपदा प्रबंधन अधिकारी नसीम शेख ने कहा, वलसाड जिले में भारी बारिश के कारण कई निचले इलाकों में पानी भर गया है और राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी पानी भर गया है। इन क्षेत्रों से पानी निकालने के लिए आपदा विभाग की टीमों को लगाया गया है। भारी बारिश के कारण मधुबन बांध में जलस्तर बढ़ गया।
हिमाचल के ज्यादातर हिस्सों में यलो अलर्ट
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में मंगलवार से अगले पांच दिन तक हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ बौछारें पड़ने का पूर्वानुमान है। उधर, रविवार को शिमला में बादल छाए रहे। प्रदेश में एक पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है।
असम में सुधर रहे हालात
असम में बाढ़ की स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है। हालांकि, अभी भी 17 जिलों में 5.97 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। मध्य असम के कुछ जिलों और बराक घाटी को छोड़कर राज्य के अन्य हिस्सों में अभी बारिश की संभावना नहीं है। इस बीच, राज्य में बाढ़ के चलते दो और व्यक्ति की मौत हो गई। इनको मिलाकर अब तक बाढ़, बारिश और बिजली गिरने के कारण कुल 109 लोगों की जान जा चुकी है। राज्य के 13 जिलों में 172 राहत शिविरों में 58 हजार से अधिक लोग शरण लिए हैं।
जम्मू-कश्मीर में कमजोर रहा मानसून
जम्मू-कश्मीर में जुलाई के पहले दो हफ्ते मानसून आमतौर पर कमजोर रहा है। यहां कश्मीर संभाग के 10 जिलों में 5 जुलाई से 11 जुलाई तक औसतन माइनस 75.40 फीसदी और जम्मू संभाग के दस जिलों में माइनस 16.47 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। जम्मू-कश्मीर में गत 28 जून को मानसून ने दस्तक दी थी, लेकिन अभी भी जम्मू संभाग के कुछ हिस्सों को छोड़कर मानसून सक्रिय नहीं हो पाया है। इसके लिए कई कारण जिम्मेदार माने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि देश के अन्य हिस्सों से होते हुए जम्मू कश्मीर के आखिरी छोर तक पहुंचते पहुंचते मानसून कमजोर पड़ जाता है।