भोपाल
प्रदेश में वर्ष 2024 के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार की प्रक्रिया प्रचलन में है। प्रत्येक जिले से 3 उत्कृष्ट शिक्षकों की अनुशंसाएं 25 जुलाई 2024 तक भेजे जाने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारियों को दिये गये हैं। उत्कृष्ट अनुशंसाओं के चयन के लिये जिला और राज्य स्तर पर चयन समितियां गठित की गई हैं। जिला स्तरीय चयन समिति में जिला शिक्षा अधिकारी को अध्यक्ष, जिला डाइट के प्राचार्य और प्रतिष्ठित शिक्षाविद को सदस्य के रूप में नामांकित किया गया है। शिक्षाविद की नियुक्ति कलेक्टर की अनुशंसा पर की गई है। राज्य स्तर पर भी चयन समिति सचिव स्कूल शिक्षा विभाग की अध्यक्षता में गठित की गई है। अन्य सदस्यों में भारत सरकार के नामांकित प्रतिनिधि, संचालक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। राज्य स्तरीय समिति के सदस्य सचिव आयुक्त लोक शिक्षण बनाये गये हैं।
समय सारणी
केन्द्र सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार की ऑनलाइन प्रक्रिया की समय सारणी तैयार की है। जिला स्तरीय चयन समिति 3 अनुशंसाएं 25 जुलाई तक राज्य स्तर पर भेज सकेंगे। राज्य स्तरीय चयन समिति "नेशनल ज्यूरी" नई दिल्ली को राज्य से 6 उत्कृष्ट शिक्षकों की अनुशंसाएं 4 अगस्त 2024 तक भेज सकेंगे। केन्द्र सरकार के शिक्षा विभाग ने उत्कृष्ट शिक्षकों के चयन के लिये निर्धारित मापदंड की गाइड लाइन स्कूल शिक्षा विभाग को प्रेषित की है। गाइड लाइन स्कूल शिक्षा विभाग के पोर्टल पर भी प्रदर्शित की गई है।
राष्ट्रीय शैक्षिक सर्वेक्षण
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा एनसीईआरटी के निर्देशानुसार राष्ट्रीय शैक्षिक सर्वेक्षण (एनएएस) 2024 कक्षा 3, 6 और 9 की पायलेटिंग का कार्य सीहोर जिले में 19 जुलाई 2024 को राज्य स्तर से चयनित सेम्पल शालाओं में शाला स्तर पर किया जाएगा। इस कार्य के लिये फील्ड इन्वेस्टीगेटर्स तैयार किये गये हैं। फील्ड इन्वेस्टीगेटर्स का दायित्व डीएलएड प्रशिक्षणार्थियों को सौंपा गया है। सर्वेक्षण के रिजल्ट वास्तविक आ सकें, इसके लिये 30 छात्रों पर एक फील्ड इन्वेस्टीगेटर नियुक्त किया गया है। सीहोर जिला शिक्षा अधिकारी को यह सुनिश्चित करने के लिये कहा गया हैं कि सर्वेक्षण कार्य के दौरान चयनित शालाओं में दर्ज विद्यार्थियों की उपस्थिति शत-प्रतिशत हो। इस कार्य के लिये प्राचार्य डाइट, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वय समेत फील्ड में पदस्थ स्कूल शिक्षा विभाग के अमले को सतत निगरानी रखने के निर्देश दिये गये हैं। राज्य शिक्षा केन्द्र ने सीहोर कलेक्टर को भी इस संबंध में पत्र लिखकर आवश्यक निर्देश दिये हैं।