नई दिल्ली
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के अध्यक्ष और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की दरभंगा जिले में उनके गांव में निर्मम हत्या के बाद पुलिस को मिले तीन गिलास और तीन बाइक ने मर्डर मिस्ट्री को उलझा दिया है। गिलास और बाइक मिलने से शक है कि हत्याकांड में कम से कम दो-तीन लोग शामिल रहे होंगे। गिलास में क्या पिया गया, पुलिस इसकी जांच करवा रही है। आशंका है कि परिचित रहे लोग हत्या के बाद घर अंदर से बंद करके पीछे के रास्ते से भागे। घर अंदर से बंद होने के कारण चोरी या लूट के दौरान हत्या होना भी जांच का एक एंगल है लेकिन जिस बर्बर तरीके से मारा गया है, उससे लगता है कि हत्यारा गुस्से में था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस दो संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। एडीजी जेएस गंगवार ने कहा है कि जल्द ही मर्डर केस का उद्भेदन हो जाएगा।
जीतन सहनी की सोमवार रात उनके घर में धारदार हथियार से नृशंस हत्या की गई है। उनका घर बिरौल के पास अफजला गांव में है। वो अपने घर से थोड़ी ही दूरी पर घनश्यामपुर थाने के जिरात गांव में नया घर बना रहे थे। पिछले कुछ दिनों से रात में वे वहीं अकेले सोते थे। उनकी पत्नी का निधन पहले ही हो चुका है। दोनों बेटे मुकेश और संतोष सहनी मुंबई में रहते है। उनकी मदद के लिए खाना पकाने वाली आती थी जो काम के बाद चली जाती थी। कल रात जीतन की छोटे बेटे संतोष से रात 8 बजे बात भी हुई है। जीतन ने सुबह मंगल पूजा के लिए फूल मंगवाया था। फूल देने पहुंचे आदमी के आवाज देने पर भी गेट ना खुलने पर और लोग आ गए तो पीछे के रास्ते जाने पर हत्या का पता लगा।
दरभंगा ग्रामीण एसपी काम्या मिश्रा के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया है। मौके पर एसएसपी, डीआईजी समेत पहुंचे हैं। दरभंगा में पोस्टमार्टम चल रहा है। मुकेश सहनी के छोटे भाई संतोष सहनी पहुंच गए हैं जबकि मुकेश का इंतजार चल रहा है जो घटना की जानकारी होने के बाद सुबह मुंबई से दरभंगा के लिए निकले हैं। मुकेश के पिता जीतन सहनी की हत्या किसने की और क्यों की, ये सवाल पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल है। हिरासत में लिए गए दो संदिग्ध कौन हैं और उनसे पूछताछ में अब तक क्या पता चला है, पुलिस इसे जांच पर असर पड़ने की आशंका के कारण बता नहीं रही है। जीतन सहनी की हत्या पर पटना से दिल्ली तक राजनेताओं ने दुख जताया है और हत्यारों को जल्दी पकड़ने की मांग की है।