पाकिस्तान में गुरुवार शाम फौज के दो काफिलों को निशाना बनाया गया। इनमें 20 सैनिकों के मारे जाने की खबर है। पहला हमला नॉर्थ वजीरिस्तान जबकि दूसरा खैबर पख्तूनख्वा इलाके में हुआ। मारे गए सैनिकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। क्योंकि, ज्यादातर सैनिकों की हालत गंभीर बताई गई है।
पांच महीने में पाकिस्तानी सैनिकों के काफिले पर यह चौथा हमला है। कुल मिलाकर इनमें 50 से ज्यादा सैनिक मारे जा चुके हैं। ग्वादर का हमला तो सरकार और सैनिकों के लिए चिंता का बड़ा कारण है। यहां पाकिस्तान और चीन मिलकर पोर्ट बना रहे हैं। यह इलाका बलूचिस्तान और नॉर्थ वजीरिस्तान की सीमा पर है।
फौज ने जारी किया बयान
‘द ट्रिब्यून’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी फौज की मीडिया विंग (डीजी आईएसपीआर) ने सिर्फ नॉर्थ वजीरिस्तान में हुए हमले की जानकारी दी है। इसके मुताबिक, यहां हुए हमले में एक अफसर समेत 6 सैनिक मारे गए। हमला राजमक गांव में हुआ। तब सैनिकों की गाड़ियों का काफिला पेट्रोलिंग के बाद कैम्प लौट रहा था।
दूसरे हमले की जानकारी नहीं दी
पाकिस्तानी फौज के मीडिया विंग ने शुक्रवार सुबह तक खैबर में हुए दूसरे हमले की जानकारी नहीं दी। जबकि यह हमला ज्यादा घातक था और इसमें 14 सैनिकों के मारे जाने की खबर है। इसमें को कमांडर लेवल के अफसर भी शामिल बताए गए हैं। बताया जाता है कि सैनिकों की एक गाड़ी ओरमारा में मौजूद गैस एंड ऑयल प्लांट से लौट रही थी। तभी इसे आईईडी के जरिए उड़ा दिया गया। बताया जाता है कि इस दौरान सैनिकों और हमलावरों के बीच काफी देर तक गोलीबारी भी हुई। सैनिक खुली जगह पर थे, जबकि हमलावर ओट में थे।
इमरान ने रिपोर्ट मांगी
घटना की जानकारी मिलने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने आर्मी चीफ जनरल बाजवा से फोन पर बातचीत की। उनसे घटना का ब्योरा लिया। सैनिकों की दो कंपनियां मौके पर रवाना की गई हैं। बलूचिस्तान में पाकिस्तानी फौज पर पिछले महीनों में कई हमले हुए हैं। लेकिन, खैबर और वजीरिस्तान में इस तरह के हमले नई बात हैं।