रामल्लाह/यरूशलम
फिलिस्तीन ने इजरायल की वापसी के बिना राफा क्रॉसिंग को फिर से खोलने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। आधिकारिक सूत्र ने यह जानकारी दी। सूत्र के अनुसार पिछले सप्ताह मिस्र और गाजा पट्टी के बीच राफा सीमा क्रॉसिंग के संचालन की संभावना का पता लगाने के लिए फिलिस्तीन, अमेरिका और इजरायल के प्रतिनिधियों की एक बैठक आयोजित की गई थी।
सूत्र ने एक बयान में कहा कि इजरायली पक्ष ने प्रस्ताव दिया कि छह फिलिस्तीनी कर्मचारी बिना वर्दी या पुलिस के और फिलिस्तीनी झंडा फहराए बिना क्रॉसिंग के प्रबंधन में भाग लें। सूत्र ने बताया कि प्रस्ताव को इसलिए खारिज कर दिया गया क्योंकि इसका उद्देश्य फिलिस्तीनी संप्रभुता के बिना अस्थायी रूप से क्रॉसिंग को खोलना था जो फिलिस्तीनी स्थिति और अंतर्राष्ट्रीय समझौतों के विपरीत है।
सूत्र के अनुसार फिलिस्तीनी रुख राफा क्रॉसिंग पर 2005 के समझौते के अनुरूप है जिसके लिए फिलिस्तीनी संप्रभुता, यूरोपीय भागीदारी और क्रॉसिंग से इजरायल की पूरी तरह वापसी की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इजरायल-अमेरिका के प्रस्ताव को फिलिस्तीनियों द्वारा खारिज किए जाने के बाद बैठक समाप्त हो गई और बैठक के बाद कोई और बातचीत नहीं हुई। उल्लेखनीय है कि इजरायली सेना ने गत सात मई को राफा क्रॉसिंग के फिलिस्तीनी पक्ष पर परिचालन नियंत्रण लागू करने की घोषणा की जिसके कारण क्रॉसिंग के माध्यम से मिस्र से गाजा में सहायता की आपूर्ति बंद हो गई।
इजराइल के धुर-दक्षिणपंथी मंत्री ने यरूशलम के संवेदनशील धार्मिक स्थल का दौरा किया
इजराइल के धुर दक्षिणपंथी राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतमार बिन-ग्वीर ने सुबह यरूशलम के सबसे संवदेनशील धार्मिक स्थल का दौरा किया और गाजा युद्ध विराम वार्ता को बाधित करने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि वह “बिना किसी गैर-जिम्मेदाराना समझौते” के, बंधकों की रिहाई के लिए प्रार्थना करने यरूशलम में पहाड़ी क्षेत्र में स्थित अल-अक्सा मस्जिद गए थे। बेन-ग्वीर के इस कदम से नौ महीने से जारी इजराइल-हमास युद्ध में संघर्ष विराम समझौते के लिए की जा रही संवेदनशील वार्ता बाधित होने का खतरा है। यहूदी और मुसलमान इस संवेदनशील क्षेत्र पर अपना-अपना दावा जताते हैं।