पेंसिल्वेनिया.
डोनाल्ड ट्रंप गोली चलाने वाले 10वीं के छात्र थॉमस मैथ्यू क्रुक्स की मौत के बाद कई चौंकाने वाले दावे सामने आ रहे हैं। उनके स्कूल ने उनके राइफल टीम में शामिल होने समेत कई दावों को खारिज कर दिया। उन्होंने पिछली सारी रिपोर्टों का खंडन कर दिया है। 13 जुलाई को पेंसिल्वेनिया में डोनाल्ड ट्रंप की रैली के दौरान 20 साल के थॉमस मैथ्यू क्रुक्स ने ट्रंप पर जानलेवा हमला किया था, लेकिन इस हमले में ट्रंप बाल-बाल बच गए थे और गोली उनके कान को छूकर निकल गई थी।
बाद में सीक्रेट सर्विस एजेंट्स की जवाबी कार्रवाई में हमलावर क्रुक्स को मौके पर ही ढेर कर दिया गया था। ट्रंप पर हमले के बाद जब पुलिस ने थॉमस क्रुक्स के घर के घर छापा मारा तो उन्हें तलाशी में क्रुक्स की कार से विस्फोटक डिवाइस भी प्राप्त हुई। साथ ही उसके घर पर दर्जनभर हथियार भी बरामद हुए। जांच में ये भी पता चला है कि हमले से पहले हमलावर ने डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडन के बारे में ऑनलाइन सर्च किया था। हमलावर ने पेंसिल्वेनिया में ट्रंप की रैली की तारीख भी सर्च की थी। साथ ही अगस्त में होने वाले डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन के बारे में भी सर्च किया था। जांच में ये भी पता चला है कि हमलावर ने हमले से कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर साझा किए एक पोस्ट में अपने इरादे जाहिर कर दिए थे। सोशल मीडिया मंच स्टीम पर साझा पोस्ट में हमलावर ने लिखा था कि '13 जुलाई को उसका भी प्रीमियर है और देखते हैं कि क्या होता है।' हाईस्कूल में पढ़ने वाले शूटर थॉमस मैथ्यू क्रूक्स ने पेंसिल्वेनिया रैली शूटिंग के बाद चौंकाने वाले दावे किए गए। लेकिन बेथेल पार्क हाईस्कूल ने उन दावों से इंकार किया कि क्रूक्स ने स्कल की राइफल टीम के लिए प्रयास किया था, उसे धमकाया गया था। स्कूल ने दावा किया कि उसके पास क्रूक्स के राइफल टीम के लिए प्रयास करने का कोई रिकॉर्ड ही नहीं है। यहां तक कि कोच को तक याद नहीं है, कि वे कभी उससे मिले हैं। उन्होंने कहा कि यह हो सकता है कि क्रूक्स अनौपचारिक रूप से अभ्यास में शामिल हुआ हो, शॉट लिया हो और फिर कभी वापस नहीं लौटा। स्कूल ने बताया कि हमारे पास उसके यहां आने का कोई रिकॉड नहीं है। स्कूल ने यह भी दावा किया कि उसके साथ स्कूल में किसी प्रकार की कोई घटना नहीं हुई। वहीं क्रूक्स के दो पूर्व सहपाठियों ने बताया कि उसने स्कूल की राइफल टीम के लिए प्रयाय किया था। लेकिन खराब निशानेबाजी के कारण उसे निकाल दिया गया था। पूर्व सहपाठी जेम्सन मर्फी ने कहा था कि उसने प्रयास किया और वह इतना हास्यास्पद रूप से खराब निशानेबाज था कि वह टीम में जगह नहीं बना पाया, पहले दिन के बाद ही टीम छोड़ दी। हाल ही में एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें क्रुक्स को धमकाते हुए दिखाया गया था। उन्होंने दावा किया कि रिकॉर्ड के अनुसार क्रूक्स ने शैक्षिणक रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन करते थे, नियमित रूप से स्कूल जाते थे। उनके साथ कोई अनुशासनात्मक घटना नहीं हुई।
यह भी किया था दावा
दरअसल मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि ट्रंप पर गोली चलाने वाले शूटर के पिता ने हमले से पहले पुलिस को फोन किया था। इस फोन में हमलावर के पिता ने अपनी एआर-15 राइफल के गायब होने और अपने बेटे को लापता होने को लेकर चिंता जाहिर की थी। इस नए दावे से भी सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल उठ गए हैं जो पहले ही ट्रंप की सुरक्षा में कथित चूक को लेकर निशाने पर है।