भोपाल
प्रदेश के शाजापुर जिले नलखेडा में पुलिस ने लुटेरी दुल्हन और उसके गिरोह को दबोचन में सफलता हासिल की है। शादी के नाम पर यह गिरोह कई लोगों को चूना लगा चुका था, पुलिस को इनकी लंबे समय से तलाश थी। गिरोह के सात में से तीन लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था। इस मामले में नलखेड़ा पुलिस को कैलाश नागर नामक शख्स ने रिपोर्ट की थी। बताया था कि शादी के नाम पर एक लाख 65 हजार रुपये लिए गए थे।
किंतु शादी के अगले दिन लुटेरी दुल्हन अपने गिरोह के साथ फरार हो गई थी। लुटेरी दुल्हन व गिरोह की तलाश हेतु विशेष टीम गठित कर भोपाल राजगढ़, बोडा,पचोर व सारंगपुर व आसपास के अंचलों में मुख़बिरों के माध्यम से दबिश दी जा रही थी। अभी तक आरोपित रतनलाल निवासी मगराना थाना सारंगपुर, सुनिल निवासी महुआ थाना बोडा जिला राजगढ़, रोडमल निवासी रामपुरा थाना नलखेडा जिला आगर, नैमसिंह उर्फ चैनसिंह उर्फ सोनू निवासी महुआ थाना बोडा, जिला राजगढ़, राहुल निवासी दोलतपुर थाना बन्डा जिला सागर हाल भोपाल, प्रीति उर्फ ममता निवासी भोपाल, सुसमा निवासी पिपलानी भोपाल को गिरफ्तार किया हैं।
अपराध की कार्यप्रणाली पर पुलिस द्वारा आरोपित से पूछताछ की। शादी होने के बाद, यह गिरोह शादी के अगले दिन मौका पाकर नकदी और कीमती सामान लेकर फरार हो जाता था। इस गिरोह की योजना इतनी सटीक होती थी कि वे अपने निशाने पर ऐसे लड़कों को चुनते थे जिनकी शादी नहीं हो रही थी। इस प्रकार, शादी का झांसा देकर यह गिरोह लोगों को ठगने में सफल होता था। गिरोह का मुख्य उद्देश्य शादी के झांसे में फंसा कर लोगों को ठगना था। यह गिरोह पहले अपने सदस्यों के माध्यम से संभावित शिकार को तलाशता था। फिर शादी के लिए तैयार लड़की का परिचय देकर उसे लड़के के घर भेजता था। अगले दिन भाग जाते थे।