प्रेग्नेंसी एक ऐसा दौर है, जब महिलाओं को बच्चे के जन्म तक पीरियड की तकलीफ से नहीं गुजरना पड़ता। लेकिन इसके बावजूद भी कुछ महिलाओं को हल्की सी ब्लीडिंग होती है। स्पॉटिंग वजाइना में होने वाली हल्की सी ब्लीडिंग है। यह अक्सर तब होती है, जब कोई महिला गर्भवती हो।
गायनाकोलॉजिस्ट डॉ. सीमा गुप्ता के अनुसार, वैसे तो स्पॉटिंग होना कोई चिंता की बात नहीं है, लेकिन अगर यह जरूरत से ज्यादा हो, तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए। अगर आपको भी प्रेग्नेंसी की शुरुआत में हल्की स्पॉटिंग हो, तो कुछ चीजों से परहेज करने पर भी बहुत आराम मिल सकता है। आइए जानते हैं प्रेग्नेंसी में स्पॉटिंग हो, तो किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
फिजिकल एक्टिविटी से ब्रेक लें
अगर प्रेग्नेंसी की शुरुआत में आपको स्पॉटिंग होने लगे, तो घबराने की जरूरत नहीं है। कुछ महिलाओं में यह समस्या बहुत जल्दी ठीक हो जाती है। मगर इसके लिए आपको कुछ दिनों तक फिजिकल एक्टिविटी से ब्रेक लेना होगा और ज्यादा से ज्यादा आराम करना होगा।
संभोग करने से बचें
अगर आपको स्पॉटिंग हो, तो समस्या ठीक होने तक आपको संभोग से परहेज करना होगा। डॉक्टर कम से कम तीन सप्ताह तक फिजिकल इंटीमेसी के लिए मना करते हैं। जब तक दर्द और स्पॉटिंग कम नहीं होती, तब तक फिजिकल इंटीमेसी से बचना चाहिए।
वजन न उठाएं
प्रेग्नेंसी में स्पॉटिंग की कंडीशन में भारी वजन उठाने से बचना चाहिए। इस दौरान आप कोई हैवी वर्कआउट भी नहीं कर सकतीं। जब तक स्पॉटिंग रुक नहीं जाती, तब तक कोई भी तनावपूर्ण और मेहनत वाला काम करने से बचना ही अच्छा तरीका है।
ट्रेवलिंग न करें
वैसे तो शुरुआती प्रेग्नेंसी में ट्रैवलिंग करना एकदम सेफ होता है, मगर आपको स्पॉटिंग जैसी प्रॉब्लम हो, तो कुछ दिनों तक ट्रैवलिंग न करें। भागदौड़ और ज्यादा चलने फिरने के कारण स्थिति बिगड़ सकती है।
हाइड्रेटेड रहें
प्रेग्नेंसी में हल्की सी स्पॉटिंग भी आपको परेशान कर सकती है। लेकिन घबराने के बजाय दिनभर में खूब पीना पीना शुरू करें। संतुलित मात्रा में पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है। बता दें कि शरीर में पानी की कमी स्पॉटिंग का कारण बन सकती है। पानी न पीने से महिला के शरीर में एचसीजी लेवल बढ़ना बंद हो जाता है। एक बार जब आप हाइड्रेट हो जाते हैं, तो एचसीजी लेवल नॉर्मल होने से स्पॉटिंग अपने आप बंद हो जाती है।