रायपुर के बूढ़ा तालाब के ठीक सामने धरना स्थल पर विद्या मितान (अनियमित शिक्षक) धरना दे रहे हैं। मंगलवार को शिक्षकों ने हाथ में रोटी लेकर विरोध जताया। सभी ने कहा कि हमारे घर पर अब रोटी का संकट मंडरा रहा है। काम नहीं है, हमें सरकार रोजगार दे। हमें चुनावी वादे के मुताबिक नियमित करे। विद्या मितान संगठन के प्रमुख धर्मेंद्र ने बताया कि हम 8 दिनों से धरना दे रहे हैं। अब इस रोटी के लिए मैदान में हम डटे हुए हैं। छत्तीसगढ़ सरकार हमें भूल गई।
धर्मेंद्र ने बताया कि घोर कोरोना काल में हमारा परिवार भूखा बैठा है। हमारे बच्चे भूखे मर रहे हैं, हमारी साथी इसी रोटी के लिए जान दे चुके हैं। सरकार से हम यही कह रहे हैं कि हमें रोटी का सहारा दिजिए, जीने का सहारा दीजिए ताकि आपके परिवार की तरह हमारा परिवार भी जी सके। विद्या मितान प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में काम कर रहे थे। विशेषकर ऐसी जगहों पर जहां टीचर नहीं होते या कम होते हैं। पिछले विधानसभा चुनाव के वक्त जब प्रदेश के सभी विद्या मितानों ने नियमित किए जाने की मांग रखी तो कांग्रेस ने सरकार बनते ही इन्हें नियमित करने का वादा किया था।