मुंबई इंडियंस के एक फैसले ने कोलकाता नाइटराइडर्स को आईपीएल 2020 के प्वाइंट टेबल में चौथे से पांचवें नंबर पर खिसका दिया. इससे केकेआर प्लेऑफ की रेस से बाहर हो गई. कोलकाता के खिलाड़ी और टीम प्रबंधन मुंबई इंडियंस को इस बात के लिए शायद ही माफ करें.
आईपीएल 2020 का पहला राउंड पूरा हो चुका है. चार टीमें प्लेऑफ में पहुंच चुकी हैं और चार घर का रास्ता पकड़ चुकी हैं. मुंबई इंडियंस 18 नंबर के साथ प्वाइंट टेबल में टॉप पर रही. मुंबई के एक फैसले ने कोलकाता नाइटराइडर्स को चौथे से पांचवें नंबर पर खिसकाने में अहम भूमिका निभाई, जिससे वह प्लेऑफ की रेस से बाहर हो गई. केकेआर औपचारिक तौर पर इस फैसले की भले ही शिकायत ना करे. लेकिन इतना तय है कि कोलकाता के खिलाड़ी और टीम प्रबंधन मुंबई इंडियंस के इस फैसले से परेशान जरूर हुए होंगे और वे शायद ही इस बात के लिए टेबल टॉपर को माफ करें.
मुंबई इंडियंस का वो फैसला आईपीएल 2020 के आखिरी लीगमैच से जुड़ा है, जिसमें सनराइजर्स हैदराबाद ने उसे 10 विकेट से हराया. मुंबई इंडियंस की यह हार सवालों के घेरे में है. आखिर आईपीएल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि जो टीम किसी सीजन में 10 विकेट से जीती थी, उसे कुछ मैच बाद इसी अंतर से हार का सामना करना पड़ा. मुंबई इंडियंस की इस हार ने आईपीएल के सेमीफाइनल फॉर्मेट को छोड़कर प्लेऑफ फॉर्मेट चुनने के उद्देश्य पर भी पानी फेर दिया.
मुंबई ने अपने 4 बेस्ट को रेस्ट दिया
अब आखिरी लीग मैच यानी 56वें मैच पर आते हैं. मुंबई इंडियंस बनाम सनराइजर्स हैदराबाद मैच के नतीजे पर दो टीमों की किस्मत तय होनी थी. ये टीमें हैदराबाद और कोलकाता थीं. हैदराबाद मैच जीतकर प्लेऑफ में पहुंच गई. अगर वह हार जाती तो कोलकाता की टीम प्लेऑफ खेलती. जाहिर है यह मैच सामान्य से ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया था. लेकिन मुंबई इंडियंस ने इस मैच में अपने 4 बेस्ट खिलाड़ियों को रेस्ट दे दिया. इस फैसले से ही करीब-करीब यह तय हो गया था कि मुंबई यह मैच हार जाएगी.
कोई एक भी ना हो तो संतुलन बिगड़ जाता है
मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने बताया कि उन्होंने हैदराबाद से होने वाले मैच में जसप्रीत बुमराह, ट्रेंट बोल्ट, हार्दिक पांड्या और राहुल चाहर को रेस्ट दिया है. बुमराह मुंबई के बेस्ट फास्ट बॉलर और राहुल बेस्ट स्पिनर हैं. बोल्ट, आईपीएल 2020 में पावरप्ले में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. पांड्या बेस्ट ऑलराउंडर या फिनिशर हैं. इनमें से कोई एक भी ना हो तो टीम का संतुलन बिगड़ जाता है. अब मुंबई एक ही मैच में इन चारों को बाहर बैठा दे तो उसके इरादों पर सवाल तो बनता ही है.
क्या कोलकाता को बाहर कराने के लिए रेस्ट दिया
मुंबई इंडियंस के इरादों को लेकर दो तरह के सवाल हैं. पहला सवाल कि क्या उसने जानबूझकर कोलकाता नाइटराइडर्स को बाहर कराने के लिए अपने बेस्ट को रेस्ट दिया. दूसरा सवाल कि क्या वाकई इन खिलाड़ियों को रेस्ट की जरूरत थी. इनमें से पहले सवाल का जवाब भी सवालिया निशान लेकर ही आता है कि क्या इसकी जरूरत थी. केकेआर कोई ऐसी खतरनाक टीम तो है नहीं, जिससे विरोधी को डर लगे. इस समय केकेआर बेहद औसत या औसत से भी निचले स्तर की टीम है, जो किस्मत के भरोसे ही कई मैच जीती है. ऐसे में उसे प्लेऑफ से बाहर कराने की ‘साजिश’ की जरूरत नहीं थी. हां, दूसरा सवाल कि क्या रेस्ट की वाकई जरूरत थी तो इसका जवाब हां हो सकता है. ये सारे खिलाड़ी लगातार 13 मैच खेल चुके थे. ऐसे में रेस्ट देने का मौका मिले तो कोई भी टीम देना चाहेगी.
आईपीएल का प्लेऑफ फॉर्मेट भी फेल
लेकिन एक सवाल अब भी बाकी है. क्या आईपीएल का प्लेऑफ वाला फॉर्मेट भी फेल हो गया है. दरअसल, प्लेऑफ फॉर्मेट का उद्देश्य ही यही होता है कि यदि कोई टीम टॉप-4 में जगह बना चुकी है तो भी वह अपने अंतिम मैच या मैचों को आसानी से ना ले या ‘फिक्स’ ना करे जैसा कि अक्सर सेमीफाइनल फॉर्मेट में होता है. क्रिकेट ही नहीं, कई अन्य खेलों में भी यह होता है कि जब कोई टीम सेमीफाइनल में पहले जगह बना लेती है तो वह कई बार जानबूझकर हार जाती है ताकि उसका सामना अपेक्षाकृत कमजोर टीम से हो. आईपीएल 2020 में यकीनन ऐसा नहीं हुआ है. लेकिन इतना तय है कि अगर मुंबई की टॉप-2 में जगह पक्की ना होती तो वह अपने आखिरी मैच को यूं गंवाना बर्दाश्त नहीं करती.