2008 के मुंबई हमलों के 12 साल बाद अमेरिका ने इसके मास्टरमाइंड साजिद मीर पर 50 लाख डॉलर (करीब 37 करोड़ रुपए) का ईनाम घोषित किया है। साजिद मीर हाफिज सईद के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर है। मुंबई हमलों में 166 लोग मारे गए थे। इनमें अमेरिका समेत कुछ दूसरे देशों के नागरिक भी थे।
जस्टिस डिपार्टमेंट ने बयान जारी किया
‘यूएस रिवॉर्ड्स फॉर जस्टिस प्रोग्राम’ की तरफ से इस बारे में बयान जारी किया गया है। इसमें कहा गया- साजिद मीर पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का टेरेरिस्ट है। नवंबर 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमलों में उसका हाथ था। उसकी गिरफ्तारी पर 50 लाख डॉलर का ईनाम घोषित किया जाता है। 20 नवंबर को 10 पाकिस्तानी आतंकियों ने मुंबई में कई जगहों पर हमले किए थे। इनमें ताज होटल, ओबेरॉय होटल, लियोपार्ड कैफे, चबाड हाउस और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस शामिल हैं।
10 हमलावरों में से सिर्फ एक अजमल आमिर कसाब गिरफ्तार किया जा सका था। बाकी 9 मारे गए थे। कसाब पर केस चलाया गया। दोषी पाए जाने पर उसे 11 नवंबर 2012 को पुणे के यरवडा जेल में फांसी पर लटका दिया गया था।
मीर ने रची साजिश
जस्टिस डिपार्टमेंट की तरफ से जारी बयान में कहा गया- साजिद मीर लश्कर का ऑपरेशन मैनेजर था। उसने ही हमलों की प्लानिंग, तैयारी और इन्हें अंजाम दिया। उसे शिकागो की एक अदालत ने 21 अप्रैल 2011 को आरोपी घोषित किया था। उस पर विदेशी सरकारों के खिलाफ साजिश रचने, उन्हें नुकसान पहुंचाने, आतंकियों की मदद करने और अमेरिकी नागरिकों की हत्या के आरोप हैं।
आतंकियों को निर्देश दिए
बयान में कहा गया- हमलों के दौरान मीर ने बंधकों को मारने और ग्रेनेड फेंकने के आरोप हैं। 22 अप्रैल 2011 को मीर के खिलाफ अरेस्ट वॉरंट जारी किया गया। 2019 में मीर को एफबीआई की मोस्ट वॉन्टेड टेरेरिस्ट लिस्ट में शामिल किया गया था।