कोरोना संक्रमण की वजह से इस समय सभी लोगों की आर्थिक स्थिति खराब है। इसका असर छात्रों के एडमिशन पर पड़ने लगा है। कई छात्र फीस नहीं होने के कारण एडमिशन नहीं ले पा रहे हैं। कई छात्र पूरी फीस जमा नहीं कर पा रहे हैं, इस कारण उनका एडमिशन नहीं हो पा रहा है। कई छात्र ऐसे हैं, जिन्हें ना ही स्कॉलरशिप मिल पाती है और ना ही किसी शासन की योजना का लाभ।
ऐसे में जिन छात्रों को किसी भी शासन की योजना, स्कॉलरशिप का फायदा नहीं मिल रहा है, ऐसे छात्रों की मदद के लिए अटल यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्राे. जीडी शर्मा व यूटीडी के शिक्षक और प्रशासनिक भवन के अधिकारियों ने बीड़ा उठाया है। सभी ने मिलकर यूटीडी में एडमिशन लेने वाले जरूरतमंद छात्रों की मदद करने के लिए इमोशनल सोशल रिस्पांशबिलिटी फंड बनाया है।
इस फंड में सभी शिक्षक और कुलपति, कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक, वित्ताधिकारी, सहायक कुलसचिव अपने वेतन से कुछ पैसा एकत्रित करते हैं। इन पैसों से जरूरतमंद छात्रों की सहायता की जाएगी। स्नातक में एडमिशन के बाद भी सुविधा की जानकारी नहीं होने के कारण किसी भी छात्र ने आवेदन नहीं किया है। सभी शिक्षकों ने मिलकर अभी इस फंड में 12 हजार रुपए जमा किए हैं। जो इस सत्र के लिए हैं। इस सत्र में जिन छात्रों को जरूरत होगी, वो छात्र अपने विभाग में आवेदन करेगा।
पुअर ब्वायज फंड में नहीं किया किसी छात्र ने आवेदन
एयू के यूटीडी में पुअर ब्वायज फंड है। इस फंड से केवल बीपीएल सूची के छात्राें की मदद की जाएगी। दो साल में इसमें एक भी छात्र ने आवेदन नहीं किया है। इसमें यूनिवर्सिटी सभी विभागों से यूजी में 2 और पीजी में 2 छात्रों की फीस माफ करेगी। इसका लाभ उन्हीं छात्रों को मिलेगा जिसके पास बीपीएल कार्ड होगा।
वहीं जरूरतमंद छात्रों को मौका दिया जाएगा, जो किसी भी स्कॉलरशिप का लाभ नहीं ले रहे हैं। इसमें यूनिवर्सिटी ने यह भी नियम लागू किया कि अगर एक ही विभाग से यूजी में 2 से अधिक या पीजी में 2 से अधिक आवेदन आते हैं तो इस स्थिति में यूनिवर्सिटी उस छात्र को लाभ देगी, जो पहले सेमेस्टर में अधिक नंबर पाएगा।
आवेदन में इन दस्तावेजों को करना होगा जमा
प्रभारी कुलसचिव डॉ. एचएस होता ने बताया कि इमोशनल फंड के लिए अपने विभाग में छात्रों को आवेदन करना होगा। इसी तरह पुअर ब्वायज फंड के लिए एडमिशन लेने के बाद छात्र को पूरे दस्तावेज के साथ आवेदन करना होगा। इसमें छात्र को बीपीएल कार्ड, फीस रसीद, एडमिट कार्ड, आय प्रमाणपत्र, जाति प्रमाणपत्र फार्म के साथ लगाना होगा।
विभागाध्यक्ष से हस्ताक्षर कराकर छात्र को डीएसडब्ल्यू के पास जमा करना होगा। सभी विभागों से आवेदन आने के बाद इस पर निर्णय लेने के लिए यूनिवर्सिटी ने कमेटी बनाई है। ये कमेटी निर्णय लेकर कुलपति के पास भेजेगी।