नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपना 74वां जन्मदिन मना रहे हैं. 74 की उम्र में भी वह बेहद फिट हैं और स्वस्थ जीवन जीते हैं. पीएम मोदी कई मौकों पर कह चुके हैं कि योगाभ्यास और संतुलित खानपान उनके स्वस्थ जीवन का मूलमंत्र हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि पीएम मोदी की दैनिक दिनचर्या क्या है?
पीएम मोदी खुद को फिट रखने के लिए वज्रासन, सेतुबंधासन, भुजंगासन और उत्तानपादासन जैसे योगाभ्यास करते हैं. पीएम मोदी रोजाना सिर्फ साढ़े तीन घंटे की नींद लेते हैं. वह शाम छह बजे के बाद कुछ भी नहीं खाते.
केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन ने एक बार बताया था कि वह पीएम मोदी की दैनिक दिनचर्या से बहुत प्रभावित हैं. पीएम मोदी रोजना सिर्फ साढ़े तीन घंटे की नींद लेते हैं और शाम छह बजे के बाद कुछ भी नहीं खाते. पीएम मोदी सादा और संतुलित भोजन खाने में यकीन रखते हैं. वह आमतौर पर भोजन में दाल, चावल, खिचड़ी जैसे व्यंजन लेना पसंद करते हैं.
योग से होती है दिन की शुरुआत
पीएम मोदी के दिन की शुरुआत योग से होती है. वह रोजाना लगभग 40 मिनट तक योग करते हैं. पीएम मोदी का दिन सूर्य नमस्कार और प्राणायम किए बिना शुरू नहीं होता. वह हफ्ते में दो बार योग निद्रा करते हैं. एक बार उन्होंने खुद बताया था कि अनिद्रा से बचने के लिए योग निद्रा बहुत लाभदायक है.
पीएम मोदी ने एक कार्यक्रम में बताया था कि पैदल चलना जीवन के लिए बहुत लाभदायक है. वह जितना संभव हो सके, उतना पैदल चलने में विश्वास रखते हैं. इसके साथ ही स्वास्थ्य की दृष्टि से हरी घास पर चलना उन्हें पसंद है.
पीते हैं गुनगुना पानी
मौसम चाहे सर्दी का हो या फिर गर्मी का, पीएम मोदी हमेशा ही गुनगुना पानी पीना पसंद करते हैं। उन्होंने खुद एक इंटरव्यू के दौरान इस बात का जिक्र किया था, कि पाचन क्रिया को सही रखने के लिए वो 12 महीने गुनगुना पानी ही पीते हैं। इससे भाषण और रैलियों के समय उनकी आवाज सही रहती है और उनके गले को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होती।
हल्का नाश्ता और शाम छह बजे के बाद भोजन नहीं
प्रधानमंत्री मोदी शाकाहारी हैं. वह कई मौकों पर व्रत भी रखते हैं. वह आमतौर पर सुबह नौ बजे के आसपास ब्रेकफास्ट करते हैं. पीएम मोदी ने फिट इंडिया से जुड़े एक कार्यक्रम में बताया था कि उन्हें सहजन के पराठा बेहद पसंद हैं. इसमें प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं. वह हफ्ते में दो बार इस तरह के पराठे जरूर खाते हैं.
उनका डिनर आमतौर पर हल्का होता है, जिसमें अधिकतर गुजराती खिचड़ी होती है. वह शाम को छह बजे के बाद कुछ भी नहीं खाते.