बॉलीवुड में ड्रग्स कनेक्शन की जांच कर रहे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने अपने ही दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। उन पर ड्रग्स केस में आरोपी कॉमेडियन भारती सिंह, उनके पति हर्ष लिंबाचिया और एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण की मैनेजर रहीं करिश्मा प्रकाश की मदद करने का आरोप लगा है।
NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने दोनों अधिकारियों को सस्पेंड किया है और उनके खिलाफ जांच का आदेश दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों अधिकारी कॉमेडियन भारती सिंह और उनके पति हर्ष लिंबाचिया और दीपिका पादुकोण की मैनेजर करिश्मा प्रकाश के खिलाफ दर्ज केस में जांच अधिकारी हैं।
बताया जा रहा है कि भारती और हर्ष की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान NCB का कोई भी अधिकारी कोर्ट में नहीं पहुंचा था। ऐसे में कोर्ट को जांच एजेंसी का पक्ष जाने बगैर ही भारती और हर्ष को जमानत देनी पड़ी थी। NCB को शक है कि करिश्मा प्रकाश को मिली अग्रिम जमानत के समय भी ऐसा ही कुछ हुआ था।
NCB को सरकारी वकील पर भी शक
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, NCB को अपने प्रोसीक्यूटर पर भी शक है। बताया जा रहा है कि दोनों मामलों में जमानत याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान वे तय समय पर कोर्ट में हाजिर नहीं हुए थे।
क्या है भारती सिंह का मामला?
NCB की छापेमारी में भारती के घर और ऑफिस से 86 ग्राम से ज्यादा गांजा बरामद हुआ था। इसके बाद उन्हें और उनके पति हर्ष लिंबाचिया को हिरासत में लिया गया था। भारती ने पूछताछ में हर्ष के साथ गांजा लेने की बात कबूल की थी।
22 नवंबर को भारती और 23 नवंबर को हर्ष की गिरफ्तारी हुई थी और उन्हें 4 दिसंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। हालांकि, 24 नवंबर को दोनों को जमानत मिल गई थी। NCB ने इस जमानत याचिका के खिलाफ स्पेशल NDPC कोर्ट में याचिका लगाई है, जिस पर अगले हफ्ते सुनवाई होगी।
करिश्मा के मामले में क्या हुआ?
NCB ने करिश्मा प्रकाश के घर पर नवंबर में छापा मारा था। वहां से कम मात्रा में ड्रग्स बरामद की गई थी। NCB सूत्रों के मुताबिक, करिश्मा के इस घर से CBD ऑइल की तीन शीशियां भी जब्त की गई थीं। जब उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी तो बचने के लिए उन्होंने कोर्ट से अग्रिम जमानत मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने उन्हें अंतरिम राहत दी थी और जांच में सहयोग करने के लिए कहा था।
इस बीच NCB ने करिश्मा पर जांच में सहयोग न करने का आरोप लगाया। जांच एजेंसी उन्हें कस्टडी में लेकर पूछताछ करना चाहती थी। ताजा रिपोर्ट की मानें तो पिछले हफ्ते जांच अधिकारी और सरकारी वकील करिश्मा की याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट में मौजूद नहीं रहे, लिहाजा उन्हें अग्रिम जमानत दे दी गई है।