दिल्ली में सब्जियों समेत कई और दूसरी ज़रूरी चीजों के दाम बढ़ने लगे हैं. लेकिन कारोबारियों को सबसे ज़्यादा डर आलू (Potato) को लेकर सता रहा है. क्योंकि मंडियों में आलू का 3-4 दिन से ज़्यादा स्टाक नहीं होता है.
किसानों के आंदोलन (Farmer Protest) को दिल्ली के बॉर्डर (Delhi Border) पर 8 दिन हो चुके हैं. हालांकि किसानों की तरफ से किसी भी तरह की गाड़ियों को नहीं रोका जा रहा है. बावजूद इसके दिल्ली में सब्जियों समेत कई और दूसरी ज़रूरी चीजों के दाम बढ़ने लगे हैं. लेकिन कारोबारियों को सबसे ज़्यादा डर आलू (Potato) को लेकर सता रहा है. एक तो मंडियों में आलू का 3-4 दिन से ज़्यादा स्टाक नहीं होता है. दूसरे इस वक्त सिर्फ पंजाब (Punjab) से ही आलू के ट्रक दिल्ली में आ रहे हैं. जिसके चलते अगले कुछ दिनों में आलू और ज़्यादा महंगा हो सकता है.
पंजाब से दिल्ली जाने वाले ट्रकों में आई है कमी-आलू कारोबार से जुड़े पंजाब के कारोबारी सुखवीर सिंह भट्टी ने न्यूज18 हिंदी को बताया, “जब से किसान दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचे हैं तो पंजाब से दिल्ली जाने वाले आलू के ट्रकों में कमी आई है. दिल्ली न जाकर ट्रक दूसरे राज्यों में जा रहे हैं.”
वहीं आलू उत्पादक किसान समिति के महामंत्री आमिर का कहना है, “वेस्ट यूपी में इस वक्त सिर्फ पुराना आलू है. जबकि पंजाब से नया आलू आ रहा है. और सर्दियों के इस सीजन में बाज़ार में नए आलू की डिमांड होती है. इसलिए दिल्ली पूरी तरह से पंजाब के आलू पर निर्भर है.”
दिल्ली में यह भाव बिक रहा है आलू-दिल्ली की आज़ादपुर मंडी में आलू कारोबारियों ने बताया कि किसान आंदोलन के बाद से 50 किलो आलू का बैग 1500-1600 बिक रहा है जो कुछ दिन पहले तक 1200-1300 रुपये बिक रहा था.
बॉर्डर सील होने पर जो नया आलू 40 रुपये किलो और पुराना आलू 45 से 50 रुपये किलो तक बिक रहा था अब उसके दाम आसमान छूने की आशंका है. आलू के साथ ही टमाटर भी दाम के मामले में और सुर्ख हो जाएगा. अभी तक थोक में 30 से 32 रुपये किलो तक बिक रहा था. लेकिन इसका भी थोक भाव अगले दो-चार दिन में 60 रुपये से भी ऊपर जाने की आशंका है.