स्टेच्यू ऑफ यूनिटी सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बन चुका है। सैलानियों को स्टेच्यू ऑफ पहुंचने में आसानी हो इसके लिए अहमदाबाद में साबरमती रिवर फ्रंट से केवडिया तक ‘सी-प्लेन’ शुरू किया गया। अब रेल मंत्रालय कई ट्रेन भी दौड़ाने की तैयारी में है। इसी क्रम में आज वडोदरा के प्रतापनगर से केवडिया तक का फर्स्ट ट्रायल किया गया, जो सफल रहा। एक कोच के साथ किए गए ट्रायल के दौरान 130 किमी की स्पीड छूकर ट्रॉयल के सफल होने पर मुहर लगा दी है।
130 तक पहुंची स्पीड
वडोदरा डिवीजन द्वारा आज सुबह डभोई से डीजल इंजन की पूजा करने के बाद एक कोच के साथ ट्रायल शुरू हुआ। पहले ट्रायल में 60 किमी की स्पीड से ट्रेन दौड़ाई गई। इसके बाद वापसी में 80 किमी फिर तीसरे ट्रायल में 100 किमी और वापसी में इंजन 130 किमी की स्पीड से दौड़ाई गई। ट्रायल के समय वडोदरा डिवीजन के सीनियर डीसीएम डॉ. जीनिया गुप्ता सहित रेलवे के कई उच्च अधिकारी उपस्थित रहे। अब अगला ट्रायल शनिवार को होगा।
वडोदरा नहीं, अब केवडिया होगा स्टॉप
ट्रायल के बाद अगले महीने से अब वडोदरा से ट्रेनें केवडिया तक चलनी शुरू हो जाएंगी। इसके बाद सैलानी वडोदरा से सीधे ही केवडिया स्टेशन पहुंचकर स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का नजारा देख सकेंगे। केवडिया रेलवे स्टेशन भी विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन बनाया जा रहा है। मौजूदा समय में जो ट्रेनें वडोदरा आती हैं उन्हें केवडिया तक ले जाने की रेलवे बोर्ड ने मंजूरी दी है, जिसमें वाराणसी से वडोदरा के बीच दौडऩे वाली महामना एक्सप्रेस, रीवा से वडोदरा और मुंबई से वडोदरा के बीच दौडऩे वाली एक्सप्रेस ट्रेनें अब केवडिया तक दौड़ाई जाएंगी। वहीं, वडोदरा के प्रतापनगर से हररोज सुबह और शाम दो मेमू ट्रेनें भी चलाई जाएंगी। आगामी समय में अहमदाबाद से भी केवडिया तक ट्रेनें बढ़ाई जा सकती हैं।