पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी ब्रांडेड कंपनियों की बोरियों में नकली सीमेंट भर लोगों को धोखो देते थे. क्राइम ब्रांच को इसकी शिकायत जब मिली तो उसने कंपनियों के अधिकारियों से संपर्क किया और छापेमारी की. छापेमारी के दौरान लोग नकली सीमेंट बनाते भी मिले.
क्राइम ब्रांच ने गुरुवार को दो जगह छापेमारी कर ब्रांडेड सीमेंट के नाम पर सस्ता सीमेंट बेचने वालों की धरपकड़ की. छापेमारी की जगह से कई ब्रांडेड कंपनियों की खाली और भरी हुई बोरियों के साथ-साथ सामान भी बरामद किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, क्राइम ब्रांच को किसी ने शिकायत की थी कि शहर में नकली और सस्ते सीमेंट का गोरखधंधा चल रहा है. शिकायत मिलने पर पुलिस ने कंपनियों के अधिकारियों से संपर्क किया और छापेमारी का प्लान बनाया. पहला छापा गांधी नगर निवासी लाखन निर्मल सिटी मालीखेडी स्थित गोडाउन पर मारा गया. यहां उनका कर्मचारी अमित एक ब्रांडेड कंपनी के सीमेंट की बोरी में नकली सीमेंट भर रहा था. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर मालिक से पूछताछ शुरू कर दी है.
बनाकर बेचते थे नकली सीमेंट
दूसरा छापा इमलिया बायपास निवासी ममता धाकड़ के गोडाउन पर मारा गया. यहां पप्पू धाकड़ न केवल नकली सीमेंट ब्रांडेड कंपनियों की बोरियों में भर रहा था, बल्कि बेच भी रहा था. उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि छापे की पहली वाली जगह से सीमेंट की 200 खाली, 35 भरी और दूसरी जगह से सीमेंट की 700 खाली और 500 भरी बोरियां बरामद की गई हैं. इसके अलावा यहां से रेत छानने की छन्ने, वजन तोलने की मशीनें, बोरियों मे सीमेन्ट भरने की कुप्पियां, पुराने सीमेन्ट को कूटने के लिये दुर्मुट सामग्री जप्त की गई। आरोपियों ने बताया कि वे पुराने सेट हुए सीमेन्ट को पीसकर उसमें सस्ते दाम की सीमेंट और धूल मिलाकर नकली सीमेंट बनाते थे और ब्रांडेड कंपनियों की बोरियों में भर देते थे.